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हैलट अस्पताल में ICU के ख़राब एसी ने ली पांच मरीजो की जान

locationकानपुरPublished: Jun 08, 2018 06:45:30 pm

Submitted by:

Vinod Nigam

सरकार बदली, पर नहीं बदले सरकारी अस्पताल और डॉक्टर, हैलट में एसी खराब होने से पांच मरीजों की मौत, एडीएम सिटी जांच के लिए पहुंचे हैलट

five killed after icu ac failure in gsvm college kanpur

मुख्यमंत्री जी हैलट अस्पताल बीमार, 24 घंटे के अंदर पांच मरीजों की मौत

कानपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की दावे कर रहे हैं, लेकिन सरकारी अस्पताल बीमार चल रहे हैं। ऐसा ही एक मामला कानपुर के मेडिकल कॉलेज में सामने आया, जहां आईसीयू की एसी खराब हो जाने से पांच मरीजों ने दम तोड़ दिया। साथ ही गंभीर मरीजों में संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। मामले की जानकारी जिला प्रशासन को हुई तो डीएम सुरेंद्र सिंह ने मौके पर एडीएम सिटी सतीश पाल को भेजा। एडीएम ने पूरे की जानकारी प्रिंसिपल नवनीत कुंमार से ली। साथ ही जांच के आदेश दिए। वही मृतकों के परिजनों ने बताया कि शिकायत के बावजूद हैलट के डॉक्टर नहीं चेते। मरीज मरते रहे, हैलट प्रशासन आंख बंद किए हुए बैठा रहा। तीमारदारों ने सीएम से मांग की है कि हैलट प्रशासन के खिलाफ एफआईआर कराएं, जिससे की दूसरे गरीब की मौत न हो।
पांच दिन से एसी ठप
हैलट अस्पताल में पिछले कई दिनों से आईसीयू की एसी खराब थी। जानकारी होने के बावजूद प्रशासन ने कुछ नहीं किया और पांच मरीजों ने दम तोड़ दिया। तीमारदारों ने का आरोप है पिछले 5 दिन से आईसीयू के दोनों एसी प्लांट काम नहीं कर रहे थे..और बार-बार शिकायत के बाद भी डॉक्टर्स और प्रिंसिपल ने ध्यान नहीं दिया। इसी के कारण पांच मरीजों ने दम तोड़ दिया। आरोप ये भी है कि एसी प्लांट की मरम्मत में लापरवाही के कारण पहले भी सर्जरी और न्यूरो सर्जरी आपरेशन थियेटर के एसी खराब हो चुके हैं। मामला जीएसवीएम मेडिकल कालेज के प्राचार्य के पास पहुंचा, बावजूद न अस्पताल के अफसर चेते और न ही प्राचार्य ने सुध ली। इससे समस्या और विकराल होकर आज इतने भयावह रूप में सामने आई। गर्मी एवं उमस बढऩे पर आइसीयू की खिड़कियां और दरवाजे खोल दिए गए।
शिकायत के बाद भी नहीं दिया ध्यान
मेडिसिन विभाग के इंटेंसिव केयर यूनिट (आइसीयू) के दोनों एसी प्लांट पांच दिनों से गड़बड़ थे। सिस्टर इंचार्ज की लिखित शिकायत को भी गंभीरता से नहीं लिया गया। बुधवार रात एसी ने काम करना बंद कर दिया। गर्मी एवं उमस बढऩे पर आइसीयू की खिड़कियां और दरवाजे खोल दिए गए। मरीजों को राहत देने के लिए तीमारदार हाथ से पंखे झुलाते रहे। बुधवार रात 12 बजे से गुरुवार शाम पांच बजे तक पांच मरीजों की मौत हो गई। इनमें दो मरीजों की मौत बुधवार रात में ही हुई थी जिन्हें परिवारीजन लेकर चले गए। गुरुवार सुबह हरदोई के संडीला निवासी रसूल बख्श (58) व उन्नाव के एक मरीज ने दम तोड़ दिया। आइसीयू के बेड 12 पर भर्ती आजमगढ़ निवासी मुरारी (56) की शाम को मौत हो गई।
एसी मरम्मत का काम जारी
मेडिसिन आइसीयू प्रभारी सौरभ अग्रवाल ने बताया कि आइसीयू में गंभीर मरीज ही आते हैं। एसी फेल होने की वजह से मौतें नहीं हुई हैं। हालांकि आइसीयू के एसी प्लांट कई दिनों से खराब हैं। शिकायत के बाद भी ध्यान नहीं दिया गया। जब बुधवार रात प्लांट ने काम करना बंद कर दिया तब सुबह मरम्मत का कार्य शुरू हुआ। मेडिकल कालेज के जेई विद्युत विनय अवस्थी ने बताया कि आइसीयू में दो एसी प्लांट लगे हैं। बुधवार को ठेकेदार के कर्मचारी आए थे। खराब मोटर मरम्मत के लिए ले गए थे। सुबह मोटर की मरम्मत की गई लेकिन, लगाते ही मोटर जल गई। शुक्रवार सुबह तक प्लांट ठीक होने की उम्मीद है। वहीं पांच की मौत की खबर लगते ही एडीएम सिटी सतीश पाल मौके पर पहुंचे और उन्होंने कहा कि आईसीयू का एसी खराब है..और डीएम ने दो एसी यहां भिजवाने को निर्देश दिए हैं।
प्रिंसिपल ने माना एसी खराब
मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने चार मौतों की बात स्वीकार की है..लेकिन उन्होंने एसी फेल होने की वजह से मौतों से इंकार किया है। हालांकि उन्होंने आईसीयू के एसी प्लांट कई दिनों से खराब होने की बात भी मानी है । इस दौरान मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल नवनीत कुमार ने हैरान करने वाला जवाब दिया। उन्होंने कहा कि कल से एसी की मरम्मत हो रही थी..और उन लोगों को उम्मीद थी कि ये ठीक हो जाएगा..लेकिन एसी ठीक नहीं हुआ और उसके कुछ पार्ट्स दिल्ली से आने हैं..ऐसे में सवाल उठता है कि क्या कानपुर मेडिकल कॉलेज उम्मीदों पर चल रहा है। इनके पास कोई तत्कालित व्यवस्था नहीं होती। साथ ही एसी का ऐसा कौन सा पार्ट है..जो दिल्ली में मिलेग, जो लेकिन कानपुर से महानगर में नहीं । वहीं अभी भी एसी के कल तक शुरु होने का इंतज़ार किया जा रहा है।

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