बता दें कि कोविड के चलते 31 मार्च की बजाए सभी मैन्यूफैक्चरिंग कारोबारियों को 31 अगस्त तक 2020-21 का वित्तीय लेखा-जोखा ऑनलाइन भरकर खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन को भेजना था। इसके बावजूद 476 कारोबारियों ने आय-व्यय का कोई भी ब्योरा भरकर नहीं दिया है। बताया गया कि इसके लिए कई नोटिस भेजी गई बावजूद किसी ने ब्योरा भरकर नहीं दिया है। अभिहित अधिकारी वीपी सिंह ने बताया कि एक सितंबर से सभी मैन्यूफैक्चरिंग कारोबारियों पर 100 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से जुर्माना लग रहा है।