लोकसभा सामान्य निर्वाचन 2019 को सकुशल व निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराने के लिए करीब साढ़े आठ हजार से अधिक पीठासीन, मतदान अधिकारी प्रथम, द्वितीय व तृतीय की डयूटी लगाई गई है। जिले में कार्मिकों की संख्या कम होने के चलते कानपुर नगर से करीब 800 कार्मिकों को चुनाव डयूटी के लिए मांग करते हुए लगाया गया है। सबसे अधिक परिषदीय स्कूलों के शिक्षिकाएं छोटे बच्चे, बीमार होने सहित अन्य कारणों का हवाला देकर चुनाव डयूटी कटवाने के लिए अफसरों के चक्कर काट रहे हैं। द्वितीय चरण के प्रशिक्षण में छठवें दिन सोमवार को सरवनखेड़ा ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय खानचंद्रपुर की शिक्षिका पूनम रानी कटियार मतदान अधिकारी द्वितीय में डयूटी कटवाने के लिए सीडीओ के पास पहुंची।
सीडीओ ने जब निर्वाचन डयूटी अनिवार्य होने की बात कहते हुए मुक्त करने से इंकार किया, तो शिक्षिका बीएसए की मौजूदगी में सीडीओ से उलझ गई। सीडीओ व अन्य अधिकारियों के समझाने के बावजूद शिक्षिका जिद पर अड़ी रही और अभद्रता पर आमादा हो गई। इससे खफा सीडीओ ने अनुशासनहीन शिक्षिका के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश बीएसए को दिए। बीएसए ने शिक्षिका को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई शुरू की है। सीडीओ जोगेंद्र सिंह ने कहा कि शिक्षिका डयूटी कटवाने के लिए उलझ रही थी। अनुशासनहीनता पर निलंबित करने के निर्देश बीएसए को दिए गए हैं। बीएसए संगीता सिंह ने बताया कि विभागाध्यक्ष के सामने शिक्षिका सीडीओ से अमर्यादित और अनुशासनहीन व्यवहार कर रही थी। तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई शुरू की गई है।