1-बुरे विचार से बचना चाहिए। इसके साथ ही ध्यान केंद्रित रखना चाहिए, जिससे शिवजी की पूजा में मन लग सके। 2-सावन के इस पावन माह में बुजुर्गों, गुरुजनों, भाई-बहन, जीवन साथी, माता-पिता, मित्र और ज्ञानी लोगों का अपमान नही करना चाहिए। इससे शिवजी अप्रसन्न होते हैं।
3-सावन माह में सुबह जल्दी जागना चाहिए। अगर देर तक सोते रहेंगे तो इससे आलस्य बढ़ेगा। सुबह जल्दी उठने से वातावरण से स्वास्थ्य लाभ भी मिलते हैं। 4-सावन के माह में इंसान को मांस, मदिरा के सेवन से दूर रहना चाहिए। इससे इष्टदेव रूष्ट होते हैं। इसके पीछे बहुत सारे धार्मिक कारण बताए गए हैं।
5-इस माह में व्यक्तियों को ब्रहमचर्य का पालन करना चाहिए और शारीरिक सुख ना भोंगे। क्योंकि इस दौरान गर्भधारण की संभावना भी होती है। वैज्ञानिक भी इस समय को बच्चे के लिए सही नहीं मानते हैं क्योंकि इस दौरान लड़कियां और महिलाएं काफी पूजा-पाठ और व्रत करती हैं जिसके कारण उनकी सेहत पर असर पड़ता है, वो आंतरिक रूप से मजबूत नहीं हो पाती हैं।
6-शिव जी का पके (उबाले) दूध से जलाभिषेक नही करना चाहिए।