रेलवे बोर्ड चेयरमैन ने निरीक्षण के दौरान फजलगंज इलेक्ट्रिक शेड में बनाए गए सोलर पॉवर प्लांट का उद्घाटन भी किया. रेलवे अधिकारियों के मुताबिक सोलर पॉवर प्लांट से रेलवे को 3 लाख रुपए प्रतिमाह का लाभ होगा. इसके शुरू होने से लोको शेड में 15 प्रतिशत तक कम बिजली लगेगी और प्रदूषण भी कम होगा.
कानपुर सेंट्रल में कांफ्रेंस के दौरान रेलवे बोर्ड चेयरमैन से गोविंदपुरी स्टेशन पर यात्रियों के लिए एक भी टॉयलेट न होने पर सवाल किया गया. इसपर उन्होंने इलाहाबाद डीआरएम अमिताभ कुमार की तरफ देखते हुए स्टेशन में टॉयलेट बनाने के लिए तीन माह का अल्टीमेटम दिया. गोविंदपुरी स्टेशन में निरीक्षण के दौरान उन्होंने महिला स्टाफ से बातचीत कर उनकी समस्याओं के बारे में भी जाना.
रेलवे बोर्ड ने कानपुर को तीन कोच की नई दुर्घटना राहत ट्रेन का उपहार दिया है. जिसकी शुरूआत सैटरडे को रेलवे बोर्ड चेयरमैन अश्विनी लोहानी ने फीता काट कर की. तीन कोच की इस ट्रेन में एक कोच में राहत कार्य में यूज होने वाले उपकरण, दूसरे में ऑपरेशन थियेटर व 12 बेड का वार्ड व तीसरे कोच में किचन बना हुआ है.
कानपुर सेंट्रल में कार्यक्रम के दौरान सीआरबी ने बेहतर काम करने वाले आरपीएफ, टीटीई व पोर्टरों को प्रोत्साहित करने के लिए अवार्ड देकर सम्मानित किया. सीपीआरओ गौरव कृष्ण बंसल के मुताबिक सैटरडे को इलाहाबाद मंडल के अंतर्गत विभिन्न विभागों में कार्यरत 47 कर्मचारियों को सम्मानित किया गया है.
रेलवे बोर्ड चेयरमैन अश्विनी लोहानी ने बातचीत के दौरान बताया कि मंधना से अनवरगंज तक लेवल क्रासिंग में लगने वाले जाम से निजात दिलाने के लिए रेलवे के पास चार ऑप्शन हैं. इन चारों ऑप्शन में बेस्ट ऑप्शन का चुनाव करने के लिए जे ग्रेड लेवल के आफिसर्स की एक कमेटी का गठन किया गया है. जोकि सर्वे कर मंधना ट्रैक पर निर्णय लेगी.
ट्रेनों और स्टेशनों में मिलने वाले खाने की क्वालिटी को लेकर किए गए सवाल पर रेलवे बोर्ड चेयरमैन ने कहा कि रेलवे अपनी खानपान व्यवस्था में निरंतर बदलाव कर रहा है. कानपुर से दिल्ली चलने वाली शताब्दी ट्रेन की खानपान व्यवस्था प्राइवेट ठेकेदारों के हाथों से लेकर आईआरसीटीसी के हाथों सौंप दी गई है. इसी प्रकार के बदलाव कर रेलवे खानपान व्यवस्था में धीरे-धीरे सुधार कर रहा है.