सीडीपीओ ने कहा कि बच्चों को सतरंगी आहार जिसमें अनाज, दाल, फलिया, दूध से बने पदार्थ, हरी पत्तेदार सब्जियां, पीले नारंगी फल आदि बच्चों को उम्र के अनुसार प्यार से कटोरी और चम्मच में सही मात्रा में खिलाएं। साथ ही कहा कि जो बच्चे इस माह अपना एक वर्ष पूर्ण कर चुके हैं हम उन्हें बचपन दिवस के अवसर पर केंद्र पर बुलाकर उनका जन्मदिन मनाते हैं। उनकी माताओं को सिखाते भी हैं कि कैसे हम पुष्टाहार के माध्यम से स्वादिष्ट एवं पौष्टिक व्यंजन जैसे केक, कतली और लड्डू आदि तैयार कर उसका उपयोग कर सकते हैं।
रसूलाबाद गाँव की 25 वर्षीय ममता बताती हैं कि इस तरह के अवसर से हमारे बच्चों को सही पोषण के बारे में जानकारी मिल जाती है और साथ ही बच्चों का वजन और बच्चों की वृद्धि का पता चलता रहता है। कार्यक्रम से हमें बच्चों को क्या आहार और कितनी मात्रा में लेना चाहिए, इसका भी पता चल जाता है। इस दौरान गर्भवती महिलाएं और धात्री महिलाएं भी मौजूद रहीं।