मुलायम के करीबी हैं बेरिया
पूर्व मंत्री शिवकुमार बेरिया सपा संरक्षक एवं पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के करीबी नेताओं में से एक हैं। वे पांच बार विधायक रहने के साथ ही वे अखिलेश यादव की सरकार में कैबिनेट मंत्री भी बने। उन्हें समाजवादी पार्टी में अनुसूचित जाति का प्रमुख चेहरा माना जाता रहा है। पूर्व कैबिनेट मंत्री शिवकुमार बेरिया पहली बार 1989 में जनता दल से सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने थे। इसके बाद 1991, 1993 और 2002 में बिल्हौर सीट और 2012 में रसूलाबाद सीट से समाजवादी पार्टी के टिकट पर जीते। 2012 में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया था। सपा के कद्दावर नेताओं में शिवकुमार बेरिया की गिनती होती रही है। पार्टी ने अनुसूचित जाति के मतदाताओं को लुभाने के लिए सदैव उन्हें आगे किया।
बेरिया के करीबी हैं कुलदीप
पूर्व मंत्री शिवकुमार बेरिया के करीबी रसूलाबाद के पूर्व ब्लॉक प्रमुख कुलदीप िंसह यादव को भी पार्टी से निकाल दिया गया है। कुलदीप यादव कहते हैं कि, सपा प्रमुख ने बिना जांच-पड़ताल के हमें और पूर्व मंत्री को सपा से निकाल दिया। हमने पार्टी के पुलिस की लाठी खाई, जेल गए, पर कुछ चाटुकारों के कहने पर अखिलेश भईया ने हम बाहर कर दिया। कुलदीप ने बताया कि विधानसभा चुनाव 2007, 2012 और 2017 में हमने पार्टी के लिए दिनरात एक कर दिए। 2017 में हमारे व पूर्व मंत्री के खिलाफ सपा के अंदर साजिश रची गई, लेकिन मुलायम सिंह यादव को जब सच्चाई बता चली तो उन्होंने चापलूसों को जमकर फटकार लगाई। यदि अखिलेश यादव हमारी बात सुनते तो कार्रवाई हमारे बजाए चापलूसों पर होती।
प्रसपा में नहीं जाएंगे
कुलदीप यादव ने बताया कि वह लंबे समय से समाजवादी पार्टी से जुड़े हैं। वह सपा के साथ ही रहना चाहते थे। वह हमेशा समाजवादी पार्टी की छवि समाजसेवी कार्य करके सुधारने में लगे रहे। फिर भी कुछ लोगों के कहने पर अखिलेश यादव ने उन्हें पार्टी से छह साल के लिए निष्काषित कर दिया। कुलदीप ने कहा कि वो दूसरी पार्टी में नहीं जाएंगे, बल्कि चाचा शिवकुमार बेरिया के साथ मिलकर 2019 में समाजवादी पार्टी को खेल जिले में जरूर बिगाड़ेंगे। कुलदीप ने बताया कि सपा के लोग हम पर आरोप लगा कर कहते थे कि 9 दिसंबर की रैली में पूर्व मंत्री लखनऊ जाएंगे और प्रसपा ज्वाइन करेंगे। पर हमने ऐसा नहीं किया। कार्यकर्ताओं के साथ मंथन कर आगे क्या करना है उस पर मंथन कर रहे हैं।
इस तरह से बोले सपा नगर अध्यक्ष
सपा नगर अध्यक्ष मुअर्न खान कहते हैं कि हम समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को जहां तक जानते है। वह एक सुलझे हुए इंसान हैं। जब तक किसी कार्यकर्ता या नेता के खिलाफ ठोस आधार या साक्ष्य नहीं मिल जाता वह उसे पार्टी से निष्काषित नहीं करते। साक्ष्य मिलने पर वह अपने करीबियों को भी नहीं बख्शते हैं। उन्होंने पार्टी से कुछ गलत लोगों को निकालने के लिए अपने परिवार तक से टकरार मोल ली। सपा से बाहर किए गए दोनों नेता पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त थे और इसी के कारण उन्हें बाहर किया गया है। समाजवादी में रहकर भीतरघात करने वाला कोई भी बड़ा य छोटा नेता होगा, उसे छोड़ा नहीं जाएगा।