चार थानों की पुलिस कर रही थी तलाश कलेक्टगंज, चुन्नीगंज, बाबूपुरवा और स्वरूप नगर थाना क्षेत्र में पिछले एक साल से कई चोरी की वारदातें हुईं। पुलिस कुछ एक को छोड़कर बाकी का खुलासा नहीं कर पाई। पुलिस ने चोरों के खिलाफ अभियान चलाया हुआ था। रविवार देर रात मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने घंटाघर से चार लोगों को धरदबोचा। तलाशी में इनके पास से 63 हजार रुपए और कुछ महंगे मोबाइल फोन भी मिले हैं। पुलिस ने इन्हें जब्त कर लिया है। पुलिस इन्हें थाने लेकर आई और पूछाताछ की तो कई चोरी की वारदातों का खुलासा हुआ। पुलिस के मुताबिक चारों चोर रात होते ही सड़क पर उतर जाते और सूना घर देखते ही उसमें धाबा बोल देते थे। पूरा सामान रिक्शे में लादकर मौके से भाग निकलते थे।
सीसीटीवी के जरिए लगे पुलिस के हत्थे चारों ने पांच दिन पहले कलेक्टरगंज इलाके में गुड़ कारोबारी के घर से लाखों रुपए पार कर दिए थे। कारोबारी ने पुलिस में जाकर शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने घर में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो चार लोग दिखे, जो वारदात को अंजाम देने के बाद दो रिक्शों में सवार होकर निकल गए। इसी के बाद से पुलिस ने घंटाघर और झकरकट बस स्टैंड पर नजर रखनी शुरू कर दी। देर शाम मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने घंटाघर के पास से चार बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उनकी तलाशी ली तो चोरी के रूपए के सामान के साथ महंगे-महंगे मोबाइल बरामद किए।
रिक्शे में रख कर पार कर ले जाते माल एसपी गौरव बंसवाल ने बताया कि गौतम, राजू, संतोष और मनोज ने चोरी करने का अपना अगल तरीका बनाया। ये चारों दो रिक्शों में सवार होते और दिन में गली-मोहल्लों में जाकर घरों की रेकी करते। सूना घर देखकर रात में फिर दस्तक देते और वारदात को अंजाम देकर रिक्शे में चोरी का सामान रखकर फरार हो जाया करते। पुछताछ में चारों ने कई चोरी की वारदातों को कबूला है। एसपी ने बताया कि मनोज गैंग का सरगना है और नौबस्ता का रहने वाला है। पुलिस इसके पुराने रिकॉर्ड को भी खंगाल रही है।