पढें: मानव तस्करी में दिल्ली और मुंबई के गिरोह से जुड़े तार, आरोपियों के मोबाइल से मिले संदिग्ध नंबर रविवार को महिला ओमान से भारत लौटी। जिसके बाद चेन्नई से लखनऊ लाया गया। घर उन्नाव पहुंचने पर परिजनों ने विदेश मंत्रालय सहित क्राइम ब्रांच के अफसरों का आभार प्रकट किया। महिला ने बताया कि असहाय महिलाओं को ऊंचे सपने दिखा यहां से ले जाकर हैवानों के पास भेज दिया जाता है। उसे ओमान ले जाते वक्त बताया गया था कि हॉस्पिटल की लाउंड्री में काम करना होगा। जहां प्रति माह दो लाख रुपए तक मिलेगा शेष ऊपर की कमाई अलग है। मगर फिर उसे ओमान में एक शेख को सौंप दिया गया। शेख ने अपने आलीशान घर में ले जाकर नौकरों के उस कमरे में रखा, जहां सिर्फ खाने और सोने के लिए भेजा जाता था। उसने बताया कि एक दिन शेख की गैरमौजूदगी में उसके बेटे ने उसके साथ जबरदस्ती की। मगर शेख ने उल्टा उसे ही मारपीट कर लहूलुहान कर दिया। एक-एक दिन वहां नरक के समान लगता था।