यहीं से खुले राजनीति के सही रास्ते यूपी की कन्नौज लोकसभा सीट सपा के लिए बहुत अहम सीट मानी जाती है। 1999 में सपा पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादव भी कन्नौज और संभाल से चुनाव लड़कर जीते थे। इसके बाद उन्होंने कन्नौज सीट छोड़ दी थी। बाद में उपचुनाव में यहां से अखिलेश यादव ने जीत हासिल की थी। इसके बाद वह यूपी के मुख्यमंत्री बने तो ये सीट उनकी पत्नी डिंपल यादव ने संभाल ली। उनका राजनीतिक सफर भी यहीं से शुरू हुआ। देखा जाए तो पिछले 23 सालों से इस सीट पर सपा का कब्जा था। इस बार 2019 के इस चुनाव में भाजपा के सुब्रत पाठक ने सपा का किला ढहाकर भाजपा को काबिज किया।
सपा के पहले भाजपा से चंद्रभूषण रहे सांसद ऐसा भी नहीं कि कन्नौज सीट पर भाजपा का अस्तित्व नही रहा हो। दरअसल 1996 में यहां से चन्द्रभूषण सिंह उर्फ मुन्नुबाबू बीजेपी से चुनाव लड़े और जीत गए। इसके बाद सपा ने अपना कब्जा जमा लिया, लेकिन यहां बसपा का कभी खाता नही खुला। जो हमेशा चुनाव लड़कर दूसरे या तीसरे नंबर पर रही है।