हालांकि बताया गया है कि जेके कैंसर हॉस्पिटल और कार्डियोलॉजी से इस प्रोजेक्ट के मेन सर्वर को जोडऩे के लिए लाइन डालने का काम अभी भी रुका हुआ है. इसके पीछे कारण है कि क्योंकि नगर निगम व पीडब्ल्यूडी की तरफ से मेडिकल कॉलेज पुल के नीचे से खुदाई कर लाइन डालने की अनुमति नहीं मिली है. इस वजह से ये काम रुका हुआ है. अनुमति मिलते ही ये काम भी धड़ल्ले के साथ शुरू कर दिया जाएगा. इतना ही नहीं सुनने में ये भी आया है कि ई-हॉस्पिटल का मेन सर्वर रूम हैलट में ही बनाया गया है.
एसआईसी डॉ. आर के मौर्या ने बताया कि ई-हॉस्पिटल के लिए 70 कंप्यूटर सिस्टम पहुंच गए हैं. 10 सिस्टम हैलट ओपीडी के रजिस्ट्रेशन काउंटरों पर लगाए जाएंगे. इनको लगाने की हर तरह से व्यवस्था कर दी गई है. सभी सिस्टम वहां तक पहुंच भी गए हैं और उन्हें जल्द से जल्द लगवा दिया जाएगा. उसके बाद आगे की प्रक्रिया पूरी की जाएगी.
इसके अलावा ये भी बताया गया है कि आईसीयू, पैथोलॉजी लैब व अस्पताल के प्रशासनिक विभागों में बाकी सिस्टम लगाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि मेन सर्वर से कार्डियोलॉजी व जेके कैंसर इंस्टीटयूट को जोडऩे के लिए खुदाई की अनुमति जल्द मिल जाएगी. इसके बाद प्रोजेक्ट का फर्स्ट फेस पूरा कर लिया जाएगा. उसके बाद आगे के कामों के लिए अनुमति मिलते ही उन्हें समय के अंदर ही पूरा कराया जाएगा.