प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान के तहत देश के शहर से लेकर गांव तक यह अभियान सक्रियता से चलाया जा रहा है। इसके अंतर्गत लोग घर के शौंचालय का प्रयोग करें। इसके लिए सरकार अरबों रुपये पानी की तरह बहा रही है। इस अभियान के तहत कानपुर देहात के झींझक विकास खंड क्षेत्र की 48 ग्राम पंचायतों में प्रथम चरण में 11 हजार छह सौ 84 शौचालयों का निर्माण कराया गया था। इसके बाद दिसंबर 2018 में हुए सर्वे में ब्लॉक की ग्राम पंचायतों में छह हजार तीन सौ लोग ऐसे चिन्हित किये गए थे, जिनके पास शौचालय नहीं थे। इसमें शामिल गांव लक्ष्मणपुर पिलख ,बचीतपुर्वा ,किशोरा, बनीपारा महाराज, जलिहापुर, जुरिया, सबलपुर, गाऊपुर, औरंगाबाद झड़ा, अनंतपुर धौकल, रामपुर टप्पेवान, कठिका हैं।
यहां पात्रों के खातों में जनवरी में पैसा आ गया था। इसके बाद यहां पर शौचालय का निर्माण शुरु हो गया था। बावजूद इसके बाकी की मंगलपुर, मलिगांव, लगरथा, बान, करियाझाला, औरंगाबाद डालचन्द्र समेत 36 ग्राम पंचायतों में शौचालय का निर्माण कार्य शुरु नहीं हो सका है। जिससे शौचालय से वंचित परिवार अब भी खुले में शौच जाने को मजबूर हैं। हालांकि एडीओ ग्राम पंचायत झींझक विकास खंड रजनीश वर्मा ने बताया कि जिन ग्राम पंचायतों में पैसा आया था, उनमें शौचालय का निर्माण चल रहा है, बाकी ग्राम पंचायतों में इसी माह पैसा आया है। बताया गया है कि शीघ्र ही बाकी ग्राम पंचायतों में भी शैचालय का निर्माण कार्य शुरू हो सकेगा।