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रेप के बाद एेसी जिंदगी जी रही है छात्रा, सुनकर कांप जाएंगी रूह

locationकानपुरPublished: Jan 29, 2018 12:09:36 pm

दुष्कर्म की शिकार छात्रा ने छोड़ा शोहदे के भय से स्कूल जाना

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रायबरेली. जिले में योगी सरकार की बेटी पढ़ाओ बेटी बढ़ाओ का कैसे होगा सपना साकार, जहां लगातार छात्राओं के साथ छेड़छाड़ और दुष्कर्म जैसी घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। रायबरेली के ऊंचाहार में अपनी आबरू को लेकर एक गांव की छात्रा को इतना डर लगा कि बच्चों ने स्कूल जाना तक बंद कर दिया। वहीं पुलिस आरोपियों को अभी तक नहीं पकड़ रही है। अभी हाल में ही रायबरेली में दो लड़कियों के मामले इसी तरह बाराबंकी से जुड़े पाए गए, जहां दो बहनों को परेशान करने का मामला आया था और जिसमे एक बहन के साथ दुष्कर्म होने की बात भी सामने आयी थी।

मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि रायबरेली के ऊंचाहार में भी एक मामला दुबारा आ गया जिसमें छात्राओं के साथ छेड़छाड़ और दुष्कर्म जैसे हादसे हो रहे हैं प्रशासन है कि मामलों को ठीक से ले ही नहीं पा रहा है क्योंकि प्रशासन ऐसे आरोपों को विपक्ष के लोगों की साजिस बता रहा है लेकिन शायद प्रशासन को पता नहीं है की यूपी के मुख्यमंत्री का शख्त आदेश है की अगर कोई भी हो पहले कार्रवाई होनी चाहिए न की प्रशासन अपने गलत बयान से लोगों को भ्रमित करे।

मामला ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र के एक गांव डिहवा मजरे सरंगपुर का है। इस गांव में कुछ मनचलों का इस कदर आतंक है कि गांव की बालिकाएं स्कूल नहीं जा रही हैं। अब तक गांव में तीन लड़कियां शोहदों का शिकार बन चुकी है। पुलिस की लचर कार्यशैली से बेखोप हो चुके शोहदे गांव में आतंक फैलाए हैं ।

करीब एक साल पहले गांव में एक लड़की रिश्तेदारी में आई थी। गांव के एक युवक ने उसके साथ दुष्कर्म किया था। पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया और फिर युवक जेल गया, लेकिन थोड़े दिन बाद ही जेल से रिहा होकर आ गया। इसके बाद उसका छोटा भाई गांव की एक हाई स्कूल की छात्रा के पीछे पड़ गया। मामला जब हद से ज्यादा बढ़ा तो पुलिस को मामले में कार्रवाई करनी पड़ी। यह मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि 22 जनवरी की रात दुष्कर्म आरोपी युवक एक घर में सो रही किशोरी के कमरे में घुस गया और उस की आबरू लूटनी चाही। किशोरी ने चीखना चिल्लाना शुरु किया तो युवक भाग निकला। मामले की शिकायत अगले दिन कोतवाली में की गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसका परिणाम यह हुआ कि 26 जनवरी की रात शोहदे ने पीड़िता के दरवाजे पर चढ़ गया और जमकर बवाल किया। पीड़ित परिवार रात भर दहशत में रहा है। हद तो तब हो गई जब पुलिस ने आरोपियों की ओर से गांव के दो लोगों के विरुद्ध उल्टा मुकदमा दर्ज कर लिया।

इसके बाद भी गांव में लगातार लोगों को परेशान किया जा रहा है। गांव की दशा यह है कि यौन उत्पीड़न का शिकार लड़की ने डर कर स्कूल जाना बंद कर दिया था। अब गांव की अन्य छात्राएं भी अभी स्कूल नहीं जा रही है। रविवार को गांव पहुंचे पत्रकारों को यहां की लड़कियों ने अपना दास्तान बताई। ग्रामीणों का आरोप है कि किशोरियों को स्कूल जाने के लिए सुरक्षित माहौल प्रशासन नहीं बना पा रहा है। उधर ऊंचाहार कोतवाल धनंजय सिंह का कहना है कि गांव में पार्टी बंदी है, जिसके कारण लोग फर्जी आरोप प्रत्यारोप लगाते रहते हैं।

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