ग्राहक सर्राफा बाजार में जब भी गहने खरीदे तो यह ध्यान रखे कि हॉलमार्किंग वाले गहने ही खरीदें। दरअसल हॉलमार्किंग से इस बात की गारंटी होती है कि जो सामान ग्रहण ने खरीदा है, वह उतने ही कैरेट का है जितना आभूषण पर लिखा है। हॉलमार्किंग भारतीय मानक ब्यूरो अधिनियम के तहत होती है। हॉलमार्किंग खरीदारों को सोना की असली-नकली पहचान करने में मदद करके उनके हितों की रक्षा करती है।