दो साल तक कोरोना से बचाव इस मास्क की खासियत उसकी खूबसूरती तक ही सीमित नहीं है। बाबा का दावा है कि मास्क में सैनिटाइजर जेल की कोटिंग है जो कि लगभग दो साल तक कोरोना से बचाव करने में मददगार है। उनका कहना है यह एक कवच की तरह कोरोना से उनकी रक्षा करेगा। उन्होंने वैदिक मंत्रोच्चारण करने के बाद इस शिव स्वर्ण नाम के मास्क को धारण किया। उन्होंने कहा कि सोने की कोई कीमत नहीं होती और जब उससे प्रभु का नाम जुड़ जाए तो वह अमूल्य होता है।
महाभारत सीरियल से लगा सोने का शौक गोल्डन बाबा के इतना वजनदार सोना धारण करने के पीछे की कहानी भी रोचक है। उन्हें सोने का शौक महाभारत सीरियल से लगा। उन्होंने यह सीरियल देखने के बाद ढाई सौ ग्राम की चार सोने की चेन बनवा कर पहन ली थी। धीरे-धीरे यह शौक बढ़ता गया। इसके बाद उन्होंने सोने का शंख, मछली, हनुमान जी के लॉकेट बनवा कर पहने। गोल्डन बाबा अपने गले में करीब दो किलो का सोना भी पहनते हैं। उनके पास कान के स्वर्ण कुंडल, रिवॉल्वर की बट पर सोने का कवर और तीन सोने की बेल्ट भी हैं। वह कई वर्षों से सोना पहन रहे हैं। इस कारण उन्हें कई बार धमकियां भी मिली हैं लेकिन उनका सोना प्रेम कम नहीं हुआ। सुरक्षा के लिए वह अपने साथ दो गनर रखते हैं।