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डीएम ने 21 साल से परेशान शख्स को 21 मिनट में दी बड़ी राहत

locationकानपुरPublished: Feb 14, 2021 07:55:53 pm

Submitted by:

Arvind Kumar Verma

अफसरों के चक्कर भी नहीं काटने पड़े और ऑनलाइन माध्यम से निराकरण कर दिया गया।

डीएम ने 21 साल से परेशान शख्स को 21 मिनट में दी बड़ी राहत

डीएम ने 21 साल से परेशान शख्स को 21 मिनट में दी बड़ी राहत

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
कानपुर देहात. जिले के मदारपुर के रहने वाले एक शख्स की 21 साल पुरानी समस्या से जिलाधिकारी ने 21 मिनट में छुटकारा दिला दिया। जबकि इस बार उसे अफसरों के चक्कर भी नहीं काटने पड़े और गुजरात से ही ऑनलाइन माध्यम से निराकरण कर दिया गया। हम बात कर रहे हैं कानपुर देहात के मैथा क्षेत्र के मदारपुर गांव निवासी राकेशनाथ बाजपेई की। 21 वर्ष पहले राकेश के पिता की मौत के बाद उनका नाम वरासत में गलत दर्ज हो गया था। जबकि राकेश नाथ गुजरात प्रांत में सरकारी सेवा में कार्यरत हैं। इस समस्या को लेकर कई बार प्रयास किए लेकिन कोई हल नहीं निकला। जिसके बाद राजस्व परिषद (Revenue Council) में शिकायत की। जिलाधिकारी डॉ. दिनेशचंद्र ने गंभीरता से लेते हुए खतौनी से नाम सही करा समस्या का निदान कर दिया।
दरअसल मदारपुर गांव के रहने वाले राकेशनाथ बाजपेई के पिता की 21 वर्ष पहले मृत्यु हो गई थी। जिसके बाद वरासत में पिता की खेती की खतौनी में गलत नाम राकेश कुमार दर्ज हो गया, जबकि उनका वास्तविक नाम राकेशनाथ बाजपेई है। उन्होंने वरासत (Virasat abhiyan) में नाम सही कराने के प्रयास शुरू किए। गुजरात प्रदेश में सरकारी सेवा में कार्यरत होने के बावजूद लाख कवायद की, लेकिन खतौनी में उसका नाम सही नही हो सका। फिर भी उसने हिम्मत नहीं हारी। इस बार राकेश ने राजस्व परिषद में ऑनलाइन शिकायत की। जिसके बाद कानपुर देहात के जिलाधिकारी डॉ दिनेशचंद्र (District Magistrate Kanpur Dehat) ने महज 21 मिनट में 21 साल की राकेश की समस्या का निदान करते हुए नाम सही अंकित करा दिया।
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इस तरह डीएम ने किया निदान

जिलाधिकारी ने पहले तो राकेश से फोन के माध्यम से वार्ता कर समस्या समझी। उसके बाद जिलाधिकारी ने राकेश से ऑनलाइन ही उसके दस्तावेज मंगवाए और युद्ध स्तर पर दस्तावेजों की जांच कराकर खतौनी में नाम सही करा दिया। जिसके बाद खतौनी (Khatauni) में राकेश कुमार की जगह सही नाम राकेशनाथ बाजपेई हो सका। इस तरह राकेश कुमार को अपनी सही पहचान मिल सकी। वहीं जिलाधिकारी ने बताया कि प्रदेश सरकार के दिशा निर्देश पर वरासत अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गुजरात प्रदेश में सरकारी सेवा में कार्यरत राकेशनाथ बाजपेई ने खतौनी में नाम गलत दर्ज होने की शिकायत की थी। राकेशनाथ बाजपेई गुजरात प्रदेश में सरकारी सेवा में कार्यरत हैं। उनसे ऑनलाइन दस्तावेज मंगवाकर उनका 21 साल पुराना दर्ज गलत नाम सही करा दिया गया है।

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