पात्र भटक रहे और अपात्रों को लाभ इससे क्षुब्ध होकर ग्राम प्रधान ने गुरुवार को स्पीड पोस्ट के जरिए भेजे त्यागपत्र में बताया कि चुनाव के समय रिश्वतखोरी बंद कराने का जनता से वादा किया था। इसके बाद 80 फीसदी वोट पाकर प्रधान निर्वाचित हुए थे। अपनी समस्याएं लेकर लोग उनके पास आ रहे हैं, लेकिन वह निस्तारण नहीं करा पा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि जिनके पास चार पहिया वाहन हैं उनके अंत्योदय कार्ड बना दिए गए, जबकि पात्र महीनों से भटक रहे हैं। ऐसे ही वृद्ध पात्रों को वृद्धावस्था पेंशन नहीं दिला पाए, जबकि कई अपात्र इसका लाभ उठा रहे हैं।
बोले इन हालात में उन्हें पद पर रहने का हक नहीं इन दोनों मामलों को लेकर उन्होंने अधिकारियों के सामने साक्ष्य प्रस्तुत कर शिकायत की, लेकिन कुछ नहीं हुआ। पात्रों को शादी अनुदान, किसान पेंशन निधि, आवास, कन्या सुमंगला आदि योजनाओं का लाभ मिल जाए इसके लिए ब्लॉक के अफसरों के चक्कर लगाए, लेकिन सफलता नहीं मिली। इनकी शिकायतो में भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। अजीत के अनुसार इससे तंग आ चुका हूं। इसलिए उन्हें पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।
जिलाधिकारी विशाख जी ने कहा कि… घाटमपुर ब्लॉक के एडीओ पंचायत अतुल शुक्ला ने बताया कि ग्राम प्रधान की कोई भी शिकायत है तो उन्हें लिखित में जानकारी देनी चाहिए थी। हमसे जो भी संभव होगा, वह सहयोग किया जाएगा। प्रधान के त्यागपत्र भेजने की जानकारी अभी तक नहीं है। वहीं जिलाधिकारी विशाख जी ने कहा कि पत्र आने पर प्रधान जी को बुलाकर बात की जाएगी। पूरा मामला समझेंगे। किसी खास अधिकारी के जरिये या किसी खास पटल पर रिश्वतखोरी हो रही है तो उसकी जांच कराएंगे।