11 साल कर उम्र में आई थी गुरुद्वारा कल्याणपुर थाना क्षेत्र के इंदिरा नगर निवासी युवती ने सरसैया घाट स्थित बने गुरुद्वारे के प्रधान इंद्रजीत पर रेप का आरोप लगाकर पुलिस को तहरीर सौंपी है। युवती ने बताया कि घर की आर्थिक स्थिति बदहाल होने के कारण पिता ने 11 साल की उम्र से उसे गुरुद्वारा में सेवादार के तौर रखवाया था। युवती के पिता दिव्यांग हैं और उसके दो छोटे भाई है। आरोप है कि गुरुद्वारा प्रधान ने उसकी छोटी उम्र और पारिवारिक परिस्थितियों का फायदा उठाने लगा। पहले तो उसने परिवार का भरण पोषण करने में पूरी मदद की फिर युवती का शारीरिक शोषण शुरू कर दिया। विरोध करने पर उसे बंधक बनाया जाने लगा। यहीं नहीं, बहशी प्रधान के कई साथियों ने भी उसका शारीरिक शोषण किया। लोकलाज के डर से वह चुप रही। उसे धमकाया भी गया।
कई महिलाओं को बनाया शिकार पीडि़ता की मानें तो गुरुद्वारा प्रधान ने कई महिला सेवादारों को अपनी हवस का शिकार बनाया है। अशिक्षित, निराश्रित गरीब महिलाएं उसका निशाना बनती रही हैं। दो जून की रोटी के खातिर कई महिलाओं का शोषण किया गया है। कई सेवादार महिलाएं अब प्रधान के खिलाफ मुंह खोलने को आगे आ रही हैं। युवती का यह भी आरोप है कि गुरुद्वारा प्रधान के कई सफेदपोश लोगों से भी संपर्क हैं। युवती के मुताबिक प्रधान के इस दुष्कर्मों में उसकी पत्नी भी भागीदार थी। विरोध करने पर प्रधान की पत्नी भी उसके साथ मारपीट और अमानवीय व्यवहार करती थी। एक वर्ष पहले किसी तरह हिम्मत कर प्रधान के चंगुल से वह भाग निकली। 25 वर्षीय युवती का कहना है कि कुछ दिनों पहले सच्चा डेरा के बाबा रामरहीम को सजा मिलने पर उसकी हिम्मत बढ़ी।
एसएसपी से शिकायत की, पर नहीं हुई कार्रवाई पीडि़ता ने बताया कि 14 दिन पहले एसएसपी सोनिया सिंह से इंद्रजीत की शिकायत की थी, लेकिन इतने दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसी के चलते मुझे अब न्यायालय की शरण में जाना पड़ रहा है। पीडि़ता के अधिवक्ता मनोज शुक्ला का कहना है कि हमने पीडि़ता की तरफ से एक शिकायती पत्र आज एसएसपी को सौंपा। अधिवक्ता का कहना है की पुलिस अगर कोई कार्रवाई नहीं करेगी तो हम लोग न्यायालय की शरण में जाएंंगे। वहीं, मामले पर जब इंद्रजीत सिंह का कहना है की यह लोग गलत आरोप लगाकर मुझे ब्लेकमैल कर रहे हैं। एडीजी जोन ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी पूर्वी को जांच के आदेश दिए गए हैं। जांच में दोषी पाए जाने पर आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। वहीं, सरदार हरविंदर सिंह लार्ड (प्रधान श्रीगुरुसिंह सभा) ने कहा, अमृतधारी सिख के लिए इस तरह का कृत्य पाप है। लंबे समय से शोषण की बात सामने आ रही है। इसकी जांच होना जरूरी है, जो भी दोषी है, उस पर कार्रवाई होनी चाहिए।