बीटेक के लिए एक लाख ३५ हजार
विश्वविद्यालय में इस समय बीटेक के छात्रों की फीस 97200 रुपए हैं। इसमें 70 हजार ट्यूशन फीस व 27,220 हजार यूजर चार्ज शामिल हैं। अब नए सत्र 2019-20 से छात्रों को 1.35 लाख रुपए सालाना फीस देनी होगी। मदन मोहन मालवीय प्राविधिक विश्वविद्यालय (एमएमएमटीयू) की तर्ज पर फीस बढ़ाई गई है। एमएमएमटीयू में छात्रों से 50 हजार रुपए लिए जाते हैं। एचबीटीयू के छात्रों से 27,220 ही यूजर चार्ज लिए जा रहे थे। अब इसे बएमएमएमटीयू के बराबर 50 हजार कर दिया गया है।
विश्वविद्यालय में इस समय बीटेक के छात्रों की फीस 97200 रुपए हैं। इसमें 70 हजार ट्यूशन फीस व 27,220 हजार यूजर चार्ज शामिल हैं। अब नए सत्र 2019-20 से छात्रों को 1.35 लाख रुपए सालाना फीस देनी होगी। मदन मोहन मालवीय प्राविधिक विश्वविद्यालय (एमएमएमटीयू) की तर्ज पर फीस बढ़ाई गई है। एमएमएमटीयू में छात्रों से 50 हजार रुपए लिए जाते हैं। एचबीटीयू के छात्रों से 27,220 ही यूजर चार्ज लिए जा रहे थे। अब इसे बएमएमएमटीयू के बराबर 50 हजार कर दिया गया है।
यूजर चार्ज ही बढ़ा
एचबीटीयू में की गई बढ़ोत्तरी केवल यूजर चार्ज में हुई है। यूजर चार्ज में छात्रों को विश्वविद्यालय में दी जाने वाली अतिरिक्त सुविधाओं के एवज में लिया जाता है। इसके अलावा अब हर साल छात्रों को फीस में दस प्रतिशत की बढ़ोत्तरी भी देनी होगी। कार्यपरिषद ने अगले सत्र से बीटेक-एमटेक की सीट बढ़ोत्तरी पर मुहर लगा दी है। सभी इंजीनियरिंग ब्रांच में ६० की बजाय अब १२० सीटें होंगी।
एचबीटीयू में की गई बढ़ोत्तरी केवल यूजर चार्ज में हुई है। यूजर चार्ज में छात्रों को विश्वविद्यालय में दी जाने वाली अतिरिक्त सुविधाओं के एवज में लिया जाता है। इसके अलावा अब हर साल छात्रों को फीस में दस प्रतिशत की बढ़ोत्तरी भी देनी होगी। कार्यपरिषद ने अगले सत्र से बीटेक-एमटेक की सीट बढ़ोत्तरी पर मुहर लगा दी है। सभी इंजीनियरिंग ब्रांच में ६० की बजाय अब १२० सीटें होंगी।
नए भवनों को मंजूरी
रजिस्ट्रार प्रो. मनोज शुक्ला ने बताया कि ईस्ट कैंपस में 400 छात्रों और वेस्ट कैंपस में 1000 छात्रों की क्षमता वाला ऑडिटोरियम तैयार हो रहा है। दिसंबर तक ईस्ट कैंपस का ऑडिटोरियम हॉल बनकर तैयार हो जाएगा। जबकि वेस्ट कैंपस के ऑडिटोरियम हॉल तैयार होने में करीब एक साल का समय लगेगा। मौजूदा समय में महज 250 सीटों का ही ऑडिटोरियम हॉल है। इसके साथ ही दोगुनी क्षमता का लेक्चर थिएटर बनाने पर भी सहमति बनी है।
रजिस्ट्रार प्रो. मनोज शुक्ला ने बताया कि ईस्ट कैंपस में 400 छात्रों और वेस्ट कैंपस में 1000 छात्रों की क्षमता वाला ऑडिटोरियम तैयार हो रहा है। दिसंबर तक ईस्ट कैंपस का ऑडिटोरियम हॉल बनकर तैयार हो जाएगा। जबकि वेस्ट कैंपस के ऑडिटोरियम हॉल तैयार होने में करीब एक साल का समय लगेगा। मौजूदा समय में महज 250 सीटों का ही ऑडिटोरियम हॉल है। इसके साथ ही दोगुनी क्षमता का लेक्चर थिएटर बनाने पर भी सहमति बनी है।