scriptहार्ट फेल होने पर भी १४ दिन तक जिंदा रहेगा मरीज, दिल संभालने का मिलेगा मौका | Heartfelt patient will be kept alive with AKMO | Patrika News

हार्ट फेल होने पर भी १४ दिन तक जिंदा रहेगा मरीज, दिल संभालने का मिलेगा मौका

locationकानपुरPublished: Mar 14, 2020 11:51:50 am

कार्डियोलॉजी में खरीदी जाएगी आधुनिक एक्मो मशीनमरीजों को मौत से मुंह से वापस लाने में होगी मददगार

हार्ट फेल होने पर भी १४ दिन तक जिंदा रहेगा मरीज, दिल संभालने का मिलेगा मौका

हार्ट फेल होने पर भी १४ दिन तक जिंदा रहेगा मरीज, दिल संभालने का मिलेगा मौका

कानपुर। गंभीर हृदयरोगियों के लिए राहत भरी खबर है कि अब अब हार्ट फेल वाले मरीजों को एक्मो मशीन के जरिए 14 दिन तक जिंदा रखा जा सकेगा। इस दौरान डॉक्टरों के पास काम बंद कर चुके दिल को दोबारा सक्रिय करने का पर्याप्त समय होगा। लक्ष्मीपत सिंघानिया इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी की ओर से इसे खरीदने पर मुहर लग गई है। शासन ने भी इसके लिए अनुमति दे दी है। इससे हार्टफेल वाले मरीजों की जान बचाई जा सकेगी। जल्द ही यह मशीन हृदयरोग संस्थान में मरीजों के लिए वरदान के रूप में उपलब्ध होगी।
कृत्रिम तरीके से चलेगा दिल
आधुनिक जमाने की यह मशीन एक विशेष तरह का उपकरण है, जिससे मरीजों के दिल को कृत्रिम तरीके से चलाया जा सकता है। एक्मो यानि एक्सट्रा कारपोरियल मेम्ब्रेन ऑक्सीजनेरेटर मशीन नाम की यह मशीन हृदय रोग संस्थान में डॉक्टरों के लिए काफी मददगार साबित होगी। अभी तक हार्ट फेल्योर रोगियों को पेसमेकर और कुछ दूसरे उपकरणों के सहारे कृत्रिम रूप से दिल को ताकत दी जाती है, ताकि दोबारा सांस लौटाई जा सके। विशेषज्ञों के मुताबिक अभी तक जो भी मशीन कृत्रिम तरीके से ब्लड प्रेशर बढ़ाने में इस्तेमाल हो रही है उसकी अपेक्षा यह अधिक प्रभावशाली है।
फिर से काम करेगा दिल
कार्डियोलॉजी के निदेशक प्रो. विनय कृष्णा ने बताया कि बाईपास सर्जरी, वॉल्व रिप्लेसमेंट के दौरान या ऑपरेशन के बाद या हार्ट में किसी अन्य प्रोसीजर करते समय पडऩे वाले हार्टअटैक के लिए यह मशीन बेहतर साबित होती है। इससे अटैक को संभालने के लिए डॉक्टरों को समय मिल जाता है। वह दवाओं और अन्य कोशिशों के सहारे दोबारा सांस वापस कर सकते हैं। अभी तक यह मशीन प्रदेश में सिर्फ पीजीआई और डॉ. राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट लखनऊ में है। कार्डियोलॉजी में इस मशीन की उपलब्धता से हार्ट फेल्योर मरीजों की मृत्यु दर में कमी लाई जा सकेगी। यहां के डॉक्टरों को इस मशीन का इंतजार है।
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