scriptइतिहास सुरक्षित करने का एचबीटीयू का अनोखा इंतजाम, 400 किलो के कैप्सूल में करेंगे सुरक्षित, बटन दबाएंगे राष्ट्रपति | History of HBTU will put in 400 kg capsule by President Ramnath Kovind | Patrika News

इतिहास सुरक्षित करने का एचबीटीयू का अनोखा इंतजाम, 400 किलो के कैप्सूल में करेंगे सुरक्षित, बटन दबाएंगे राष्ट्रपति

locationकानपुरPublished: Nov 25, 2021 11:25:21 am

Submitted by:

Arvind Kumar Verma

कानपुर एचबीटीयू के शताब्दी वर्ष समारोह में गुरूवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शिरकत करेंगे। एचबीटीयू ने अपने सौ वर्ष के इतिहास को सुरक्षित करने का अनोखा इंतजाम किया है। जिसके तहत 400 किलो के एक कैप्सूल में संस्थान का ब्यौरा रखा जाएगा, महामहिम कोविंद अपने कर कमलों से रिमोट बटन दबाकर इसी इतिहास को सुरक्षित करेंगे।

एचबीटीयू का इतिहास 400 किलो के कैप्सूल में रख 60 फीट ऊंचे शताब्दी स्तंभ में होगा सुरक्षित, बटन दबाएंगे राष्ट्रपति

एचबीटीयू का इतिहास 400 किलो के कैप्सूल में रख 60 फीट ऊंचे शताब्दी स्तंभ में होगा सुरक्षित, बटन दबाएंगे राष्ट्रपति

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
कानपुर. कानपुर के हरकोर्ट बटलर टेक्निकल यूनिवर्सिटी (HBTU) के शताब्दी वर्ष समारोह में आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ramnath Kovind) शिरकत करेंगे। एचबीटीयू ने अपने सौ वर्ष के इतिहास को सुरक्षित करने का अनोखा इंतजाम किया है। जिसके तहत 400 किलो के एक कैप्सूल में संस्थान का ब्यौरा रखा जाएगा, जिसे वहां बने 60 फीट ऊंचे शताब्दी स्तंभ में सुरक्षित किया जाएगा। महामहिम कोविंद अपने कर कमलों से रिमोट बटन दबाकर इसी इतिहास को सुरक्षित करेंगे।
10 मीटर गहराई तक जमीन के भीतर पड़ेगा पाइप

बताया गया कि ईस्ट कैंपस में बने शताब्दी स्तंभ केंद्र बिंदु पर दस मीटर गहराई तक जमीन के भीतर पाइप पड़ेगा। पाइप के अंदर गनमेटल से बना कैप्सूल डाला जाएगा। साढ़े तीन मीटर चौड़े और करीब 12 मीटर की परिधि वाले स्तंभ में जाने के लिए सीढ़ियां लगी हैं। कुलसचिव नीरज सिंह ने बताया कि कैप्सूल की बाहरी सेल का वजन 300 किलो व इनर सेल का वजन 100 किलो है।
जमीन की नमी बढ़ने पर कैप्सूल नीचे होता जाएगा

एचबीटीयू संस्थान की उपलब्धियों का ब्यौरा इसी इनर सेल में सुरक्षित किया जाएगा। इसके बाद उसमें नाइट्रोजन गैस भरी जाएगी, जिससे नाइट्रोजन के प्रभाव से लंबे समय तक जमीन के अंदर दस्तावेजों की सॉफ्ट और हार्ड कॉपी सुरक्षित बनी रहे। उन्होंने बताया कि जैसे-जैसे जमीन में नमी बढ़ेगी, वैसे-वैसे कैप्सूल और नीचे होता जाएगा। यह कैप्सूल पनकी इंडस्ट्रियल एरिया में तैयार किया गया है।
पुस्तक का किया जाएगा विमोचन

कार्यक्रम में सौ के सिक्के, वेस्ट कैंपस और संस्थान के 100 साल इतिहास को दर्शाती पुस्तक का विमोचन भी किया जाएगा। वेस्ट कैंपस में चार करोड़ 97 लाख की कीमत से बने मल्टीपरपज हॉल का भी शुभारंभ होगा। राष्ट्रपति के कार्यक्रम का लाइव प्रसारण भी बड़ी स्क्रीन पर होगा।
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