ऐसा ही एक मामला कानपुर के किदवईनगर थानाक्षेत्र के जुही लाल कॉलोनी में सामने आया है, यहां बेटी के जन्म की सजा मां को भुगतनी पढ़ रही है। पति ने पत्नी को तीन तलाक देकर उससे किनारा कर लिया। पीड़िता थाने जाकर शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने पति के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
महिला ने बताया कि पति को जब उसने फोन के जरिए बेटी के जन्म की सूचना दी तो वो गुस्से से लाल हो गया बोला कि मोदी की हो या योगी की हो सरकार, तलाक, तलाक, तलाक।
निकाल दिया घर से
निकाल दिया घर से
किदवई नगर थानाक्षेत्र के जूही लाल कॉलोनी में रहने वाले मोहमद उबैद ने अपनी बेटी जबा का निकाह सिद्धार्थनगर के रहने वाले ताहिर के साथ बड़े धूम-धाम के साथ किया था। दहेज में ससुरालवालों ने जो मांगा, बेटी के पिता ने दिल खोलकर दिया। नूर जबा के मुताबिक उसका पति पहले से ही शादीशुदा था जिसकी जानकारी उसे शादी के चार महीने बाद पता चली।
जिसके बारे में जब उसने अपने पति से पूछा तो उसने उसे पीटना शुरू कर दिया। इसके बाद उसे जब पता चला की मैं मां बनने वाली हूं तो वो मुझे गांव छोड़ आया। जहां सास और नंद रोजाना मारपीट करने लगे। पीड़िता ने बताया कि पूरी दास्ता मैंने अपने पिता को बताई तो वो हमें कानपुर ले गए और मैं एक बेटी को जन्म दिया।बेटी के जन्म की बात सुनते ही बोल दिया तीन तलाक।
पीड़िता ने बताया कि मैंने बेटी के जन्म की बात अपने पति ताहिर को दी मगर ताहिर को फोन के जरिए बताई तो उसने अपनाने से मना कर दिया कहा कि बेटी को जन्म दिया है अगर वो बेटे को जन्म देती तो वो उसे अपने साथ रख सकता था, मगर बेटी होने के बाद अब उसे अपने साथ उसे किसी कीमत पर नहीं रखेगा।
पीड़िता ने बताया कि मैंने बेटी के जन्म की बात अपने पति ताहिर को दी मगर ताहिर को फोन के जरिए बताई तो उसने अपनाने से मना कर दिया कहा कि बेटी को जन्म दिया है अगर वो बेटे को जन्म देती तो वो उसे अपने साथ रख सकता था, मगर बेटी होने के बाद अब उसे अपने साथ उसे किसी कीमत पर नहीं रखेगा।
नूर के पति ने उससे यह भी बोला कि चाहे मोदी की सरकार हो या योगी की सरकार हो वो उसे तलाक दे कर तीसरी शादी करेगा। जिसके बाद नूर के परिजनों ने पुलिस से पूरी घटना की जानकारी दी। वही पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेते हुए, पीड़िता ने पति पर आईपीसी की धारा 376, 307, 511, 504 जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर सिद्धार्थ नगर से ताहिर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
मौलाना ने केस वापस लेने का बनाया दबाव पीड़िता ने बताया कि जब पति ने तीन तलाक बोल दिया और मुझसे दूरी बना ली तो पुलिस के पास गई। जानकारी होने पर कई मौलानाओं ने मेरे पिता से मिलकर केस वापस लेने का दबाव बनाया। मौलाना कहते थे कि पति ने तुम्हें तीन तलाक दे दिया है, केस करने के बजाय इस्लाम के बताए रास्ते पर चलो। किसी दूसरे मर्द से निकाह कर लो। लेकिन मैंने ठान लिया था कि पति को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाकर रहूंगी।
पीड़िता अपने पिता के घर अपनी मासूम बेटी के साथ रह कर इंसाफ के लिए लड़ाई लड़ रही है। पीड़िता ने बताया कि कोर्ट ने तीन तलाक को गैर कानूनी घोषित कर दिया है। हम पीएम मोदी से मांग करते हैं कि संसद के जरिए इस पर कड़ा कानून बनाएं, जिससे कि कोई भी पति ऐसी हिम्मत न कर सके।