यह भी पढ़ें
भारत-न्यूजीलैंड की बीच तीसरा और अंतिम वनडे आज, इन खिलाड़ियों पर रहेगी नजर
मैदान में जाने वाले की त्रिस्तरीय जांच (Green Park Stadium Security)
पिछले मैचों से सबक लेते हुए यूपीसीए पिच की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह सतर्क है। मैदान में जाने वाले की त्रिस्तरीय जांच हो रही है। पुलिस व एलआईयू मैदान पर पैनी नजर गड़ाए हुए हैं। मैदान को चारों ओर से बैरीकेडिंग कर दिया गया है। मुख्य विकेट नंबर पांच को मैट से कवर किया गया है। पिच के रंग रोगन का काम बीसीसीआई सेंट्रल जोन के क्यूरेटर तापोश चटर्जी की निगरानी में किया जा रहा है। तापोश की अनुमति के बिना मेन स्क्वॉयर के अंदर कोई नहीं जा सकता। प्रोडक्शन की टीमों को भी उस तरफ जाने की अनुमति नहीं है। इसके अलावा लैंडमार्क होटल में बिना अनुमति के किसी भी प्लेयर से कोई मिल नहीं सकता। वहां पर बड़े पैमाने पर सुरक्षा बन तैनात हैं। लैंडमार्क से पकड़े गए थे सटोरिए
बीसीसीआई, यूपीसीए, खेल विभाग, खेलमंत्री, पुलिस और प्रशासन किसी भी तरह का खतरा उठाने के मूड में नहीं हैं, जिन्हें पास जारी किए गए हैं। उन्हें भी तीन बार चेक करने के बाद ही मैदान में भेजा जा रहा है। ग्रीनपार्क में होने जा रहे पहले India vs New Zealand डे-नाइट वनडे इंटरनेशनल मैच में यूपीसीए कोई धब्बा नहीं लगने देना चाहता। सुरक्षा में अतिरिक्त सतर्कता के पीछे भी एक प्रमुख कारण यह है कि ग्रीनपार्क में हुए आईपीएल के 10वें सीजन के 50वें मैच में फिक्सिंग का मामला सामने आया था। 10 मई को गुजरात लायंस और दिल्ली डेयरडेविल्स के बीच हुए मैच में तीन सट्टेबाजों को गिरफ्तार किया गया था। तीनों सट्टेबाज उसी होटल में रुके थे जिसमें टीमें थीं। होटल में पांच दिन पहले से मैच के बाद तक ठहरने वालों की गहन पड़ताल की गई है।