कानपुर

world cup 2019-लॉर्ड्स की बॉलकनी पर मोर्गन के हाथों में विश्व कप की ट्रॉफी

world cup 2019 final -इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड को हरा कप पर किया कब्जा, कानपुर में भी लोगों ने मनाया जश्न।

कानपुरJul 15, 2019 / 12:01 am

Vinod Nigam

world cup 2019-लॉर्ड्स की बॉलकनी पर मोर्गन के हाथों में विश्व कप की ट्रॉफी

कानपुर। World Cup 2019 Final England vs New Zealand Live Cricket Match Update: आईसीसी विश्व कप 2019 का फाइनल मैच क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले लंदन के लॉर्ड्स मैदान में मेजबान इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच खेला जा गया। जहां मेजबान ने विलियमसन की टीम को 6 विकेट से हराकर पहली बार वर्ल्डकप ट्राफी अपने नाम की। इस जीत से कानपुर जीडी गोइंका स्कूल के टीचर व छात्र गदगद नजर आए। वहीं आर्यनगर में भी लोगों ने इंग्लैंड टीम के खिलाड़ियों को शुभकामना दी।

इंग्लैंड की जीत पर जश्न
क्रिकेट के जनक इंग्लैंड ने आखिरकार वर्ल्डकप ट्राफी अपने नाम कर ली। फाइनल मैच में उन्होंने न्यूजीलैंड को हरा दिया। इंग्लैंड की जीत पर कानपुर में भी जश्न को माहौल देखनें को मिला। जीडी गोइंका स्कूल, में टीचरों और छात्रों ने एक-दूसरे को मिठाई खिला कर जश्म बनाया। छात्र रोहित बताते हैं कि जब भी इयोन मोर्गन कानपुर आते हैं तो स्कूल आना नहीं भूलते। । ग्रीनपार्क स्टेडियम में मैच खेलने के लिए जब मोर्गन की टीम शहर आई थी वो कैप्टन आए थे और हमसब के साथ भोजन किया था।

इसलिए जीती इंग्लैंड
ज्योतिषाचार्य प्रोफेसर पंडित बलराम तिवारी से इस जीत और न्यूजीलैंड की हार के बारे में बात की गई तो उन्होंने बताया कि रॉय, स्ट्रोक्स और मोर्गन के सितारे बुलंद हैं। जबकि किवी टीम भग्य के सहारे फाइनल में जगह बनाई। यदि सेमीफाइनल मैच मंगलवार को पूरा खेला जाता तो टीम इंडिया इकतरफा जीत दर्ज करती। कहते हैं कि हमनें तो पहले ही भविष्यवाणी की थी कि 2019 का कप नई टीम के पास होगा। इंग्लैंड की कुंडली न्यूजीलैंड के मुकाबले अच्छी चल रही है।

सपना हुआ साकार
पूर्व क्रिकेटर दिलीप कुमार कहते हैं कि लॉर्ड्स बॉलकनी पर विश्व कप ट्रॉफी उठाना हर कप्तान का सपना होता है। भारत के लिए कपिल देव ने तो वेस्टइंडीज के क्लाइव लॉयड, ऑस्ट्रेलिया के स्टीव वॉ के बाद इंग्लैंड के इयोन मोर्गन विश्व के चौथे कप्तान बनें। दिपीप कहते हैं कि भारत और आस्ट्रेलिया के बाद इंग्लैंड टीम वर्ल्डकप की दावेदार थी और उन्होंने शुरूआत भी जोरदार जरीके से की। दिलीप बताते हैं, 2015 विश्व कप के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद इंग्लैंड की टीम ने अपने दृष्टिकोण को सिरे से बदला। 1979, 1987 और 1992 में विश्व कप फाइनल हारने वाली इंग्लिश टीम 27 साल बाद फिर इस महाकुंभ के खिताबी मुकाबले में उतरी और पिछले विश्व कप की उप विजेता न्यूजीलैंड को मात दी।

फिर बदल गई किस्मत
पूर्व क्रिकेट व कोच जफर अहमद कहते हैं कि नंबर वन रैंकिंग वाले इंग्लैंड को शुरुआत से ही खिताब का दावेदार माना जा रहा था लेकिन ग्रुप स्तर में ही श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच हारने के बाद इंग्लैंड को बड़ा झटका लगा। भारत के खिलाफ मुकाबले में उन्हें चोटिल जेसन रॉय को पूरी तरह फिट होने से पहले ही बुलाना पड़ा और यहां से उनकी किस्मत बदल गई। यहां से इंग्लैंड ने धमाकेदार वापसी भी की। उसके शुरुआती तीन बल्लेबाज मैच विनर हैं और अब तक ये तीनों मिलकर 1471 से ज्यादा रन बना चुके हैं।

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