उल्लेखनीय है विगत 2 जुलाई 2020 को चौबेपुर थाना अंतर्गत बिकरू गांव में दबिश देने गई पुलिस टीम पर कुख्यात अपराधी विकास दुबे और उसके गुर्गों ने फायरिंग करके सीओ सहित 8 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी। जांच में खुलासा हुआ कि विकास दुबे ने सेमी ऑटोमेटिक राइफल से पुलिस वालों पर प्रतिबंधित अमेरिकन विंचेस्टर गोली बरसाई थी। पुलिस जांच में लखनऊ जेल में बंद विकास दुबे का छोटा भाई दीपक दुबे ने बताया था कि उसकी सेमी ऑटोमेटिक राइफल विगत 1 वर्ष से विकास दुबे के पास थी। यूपी एसआईटी ने बिकरू कांड में शामिल अपराधियों को चुन चुन कर या तो एनकाउंटर किया या फिर उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।
इस मामले में अब तक 36 अपराधियों को पुलिस ने जेल में बंद किया है। वही 6 को एनकाउंटर में मार गिराया। लेकिन विकास दुबे की सेमी ऑटोमेटिक राइफल को बरामद करने में कामयाबी नहीं मिली।असलहों की खोज के लिए पुलिस ने विकास दुबे के आलीशान भवन को जमींदोज कर दिया था। तालाबों और कुओं में भी सर्च अभियान चलाया गया। लेकिन काफी प्रयास के बाद भी पुलिस को असलहा बरामद करने में सफलता नहीं मिली।राइफल की बरामदगी ना होना पुलिस पर सवाल उठने लगा। इसे देखते हुए आईजी मोहित अग्रवाल ने राइफल पर ₹25000 का इनाम घोषित किया है।