एक दर्जन प्रजातियों पर रिसर्च
भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान के निदेशक डॉ. नरेंद्र प्रताप सिंह ने संस्थान के २६वें स्थापना दिवस पर बताया कि संस्थान में दालों की एक दर्जन प्रजातियों पर रिसर्च चल रहा है, ताकि उनमें बीमारियों से बचाने वाले गुणों की तलाश कर उन्हें विकसित किया जा सके। उन्होंने कहा कि अब उन दलहनी प्रजातियों पर रिसर्च होगी जो रोगों से बचाने में मददगार हों। ऐसी प्रजातियों को विकसित किया जाएगा। किसानों को भी इसी तकनीक की मदद से दालों का उत्पादन करने में मदद दी जाएगी। जल्द ही सेहतमंद बनाने वाली दालों की कई प्रजातियां बाजार में होंगी।
भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान के निदेशक डॉ. नरेंद्र प्रताप सिंह ने संस्थान के २६वें स्थापना दिवस पर बताया कि संस्थान में दालों की एक दर्जन प्रजातियों पर रिसर्च चल रहा है, ताकि उनमें बीमारियों से बचाने वाले गुणों की तलाश कर उन्हें विकसित किया जा सके। उन्होंने कहा कि अब उन दलहनी प्रजातियों पर रिसर्च होगी जो रोगों से बचाने में मददगार हों। ऐसी प्रजातियों को विकसित किया जाएगा। किसानों को भी इसी तकनीक की मदद से दालों का उत्पादन करने में मदद दी जाएगी। जल्द ही सेहतमंद बनाने वाली दालों की कई प्रजातियां बाजार में होंगी।
नसों की बीमारियां होंगी कम
आईआईपीआर के पूर्व निदेशक डॉ. मसूद अली ने बताया कि दालों से दिल की बीमारियों के अलावा हाईपरटेंशन और नसों की बीमारियों को भी कम किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि संस्थान में दालों की ऐसी प्रजातियां विकसित करने की तकनीक है जो अधिक प्रोटीन, ज्यादा जिंक और आयरन व खनिज, विटामिंस रखती हों। पूर्व निदेशक डॉ. शंकरलाल ने कहा कि पहाड़ी इलाकों में होने वाली दालों की प्रजातियां भी विकसित की जानी चाहिए।
आईआईपीआर के पूर्व निदेशक डॉ. मसूद अली ने बताया कि दालों से दिल की बीमारियों के अलावा हाईपरटेंशन और नसों की बीमारियों को भी कम किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि संस्थान में दालों की ऐसी प्रजातियां विकसित करने की तकनीक है जो अधिक प्रोटीन, ज्यादा जिंक और आयरन व खनिज, विटामिंस रखती हों। पूर्व निदेशक डॉ. शंकरलाल ने कहा कि पहाड़ी इलाकों में होने वाली दालों की प्रजातियां भी विकसित की जानी चाहिए।
सम्मानित हुए वैज्ञानिक
आईआईपीआर के स्थापना दिवस पर संस्थान के डॉ. आरके मिश्र को सम्मानित किया गया। इसके अलावा कुछ अन्य वैज्ञानिकों व तकनीकी सहयोगियों का भी सम्मान किया गया। इसके साथ ही किसानों को फील्ड भ्रमण कराकर विकसित तकनीक से परिचित कराया गया।
आईआईपीआर के स्थापना दिवस पर संस्थान के डॉ. आरके मिश्र को सम्मानित किया गया। इसके अलावा कुछ अन्य वैज्ञानिकों व तकनीकी सहयोगियों का भी सम्मान किया गया। इसके साथ ही किसानों को फील्ड भ्रमण कराकर विकसित तकनीक से परिचित कराया गया।