अन्य संयंत्रों से ज्यादा प्रभावी
इस डिवाइस से की गई जांच अन्य संयंत्रों की अपेक्षा अधिक प्रभावी होगी। अभी तक पानी में प्रदूषण की जांच के लिए पानी का सैंपल लैब में भेजा जाता था। पानी बायोलॉजिकल रिएक्शन करता है। इसलिए उसे प्रिजर्व कर भेजा जाता था। फिर पानी की जांच को शतप्रतिशत नहीं कहा जा सकता। मगर इस डिवाइस की जांच आसानी से की जा सकेगी। इस डिवाइस की रिपोर्ट अन्य संयंत्रों के मुकाबले जल्द आएगी। इसके साथ ही अब प्रिजर्व करने की समस्या नहीं है। साथ ही इसमें पानी का सैंपल भी नहीं भेजना पड़ता है।
इस डिवाइस से की गई जांच अन्य संयंत्रों की अपेक्षा अधिक प्रभावी होगी। अभी तक पानी में प्रदूषण की जांच के लिए पानी का सैंपल लैब में भेजा जाता था। पानी बायोलॉजिकल रिएक्शन करता है। इसलिए उसे प्रिजर्व कर भेजा जाता था। फिर पानी की जांच को शतप्रतिशत नहीं कहा जा सकता। मगर इस डिवाइस की जांच आसानी से की जा सकेगी। इस डिवाइस की रिपोर्ट अन्य संयंत्रों के मुकाबले जल्द आएगी। इसके साथ ही अब प्रिजर्व करने की समस्या नहीं है। साथ ही इसमें पानी का सैंपल भी नहीं भेजना पड़ता है।
घर पर भी हो सकेगी जांच
इस डिवाइस से घर के पानी की जांच भी आसानी से की जा सकेगी। इसमें बैक्टीरिया, मिट्टी और हैवी मेटल्स की पूरी रिपोर्ट मिलेगी। बैग को पानी में डालकर उसे टेस्ट के लिए लैब भेजना होगा। प्रो. इंद्र एस सेन के मुताबिक जल्द यह डिवाइस एक स्टार्टअप के तहत बाजार में उपलब्ध होगी। इसमें डिवाइस के साथ जांच रिपोर्ट की जिम्मेदारी भी कंपनी की होगी। हालांकि व्यक्ति जांच कहीं भी कराने के लिए स्वतंत्र होगा। प्रो. सेन के मुताबिक यह डिवाइस एक चायपत्ती के बैग की तरह होगी। पानी की जांच के लिए इस बैग को उसमें डुबोकर एक मिनट तक हिलाना है। इसके बाद बैग को निकालकर लैब में जांच के लिए भेजना होगा और रिपोर्ट मिल जाएगी।
इस डिवाइस से घर के पानी की जांच भी आसानी से की जा सकेगी। इसमें बैक्टीरिया, मिट्टी और हैवी मेटल्स की पूरी रिपोर्ट मिलेगी। बैग को पानी में डालकर उसे टेस्ट के लिए लैब भेजना होगा। प्रो. इंद्र एस सेन के मुताबिक जल्द यह डिवाइस एक स्टार्टअप के तहत बाजार में उपलब्ध होगी। इसमें डिवाइस के साथ जांच रिपोर्ट की जिम्मेदारी भी कंपनी की होगी। हालांकि व्यक्ति जांच कहीं भी कराने के लिए स्वतंत्र होगा। प्रो. सेन के मुताबिक यह डिवाइस एक चायपत्ती के बैग की तरह होगी। पानी की जांच के लिए इस बैग को उसमें डुबोकर एक मिनट तक हिलाना है। इसके बाद बैग को निकालकर लैब में जांच के लिए भेजना होगा और रिपोर्ट मिल जाएगी।