कानपुर

आईआईटी के कर्मचारी ने लगा दी छलांग, छठवीं मंजिल से गिरने से दर्दनाक मौत

कल्याणपुर थानाक्षेत्र स्थित आईआईटी के एक संविदा कर्मचारी ने छठवीं इमारत से छलांग लागाकर आत्महत्या कर ली।

कानपुरFeb 02, 2018 / 07:31 am

आकांक्षा सिंह

कानपुर. कल्याणपुर थानाक्षेत्र स्थित आईआईटी के एक संविदा कर्मचारी ने छठवीं इमारत से छलांग लागाकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक के पिता का आरोप है कि बेटे ने सुसाइड नहीं कर सकता, किसी ने उसको धक्का देकर मौत के घाट उतारा है। मामले पर सीओ नवीन कुमार सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्ठता मामला सुसाइड का लगता है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कुछ कहा जा सकता है। पुलिस पूरे प्रकरण की जांच कर रही है।


परिजनों ने हत्या का लगाया आरोप
थाना कल्याणपुर क्षेत्र अंतर्गत कानपुर आईआईटी में संविदा कर्मी रचित खन्ना ने फैकल्टी बिल्डिंग की छठवीं मंजिल से कूद कर आत्महत्या कर ली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतक के परिजनों को जानकारी दी। रचित के पिता रमेश और मां आईआईटी के रिटायर्ड कर्मचारी हैं। राजेश ने बताया कि बेटा संस्थान में सविंदा पर नौकरी करता था। सुबह वह घर से ड्यूटी के लिए निकला। शाम चार बजे उसे घर आना था। हमलोग उसके आने का इंतजार कर रहे थे, तभी पुलिस ने हादसे की जानकारी दी। राजेश का आरोप है कि रचित किसी भी कीमत पर आत्महत्या नहीं कर सकता। उसे साजिश के तहत मौत के घाट उतारा गया है। राजेश ने कहा कि फैकल्टी की छठवीं मंजिल में वह कभी नहीं जाता था, तो वहां कैसे पहुंचा।


डॉयरेक्टर ने कहा वह संस्थान का कर्मचारी नहीं
संस्थान के अंदर युवक की मौत के बारे में जब आईआईटी के निदेशक मणींद्र अग्रवाल से बात की गई तो उनका कहना था कि मृतक हमारे संस्थान का कर्मचारी नहीं है। उसे हमने कभी यहां पर काम करते हुए नहीं देखा। साथ ही आईआईटी के संविदा कर्मचारियों के रजिस्टर में उसका नाम नहीं है। वह कहां से यहां पहुंचा, इस बारे में संस्थान को किसी तरह की जानकारी नहीं है। वहीं संस्थान के अन्य कर्मचारियों से इस पर बात की गई तो उन्होंने भी बोलने से इंकार कर दिया। आईआईटी निदेशक की बात पर विश्वास किया जाए तो रचित फैकल्टी की इमारत में कैसे पहुंचा। ऐसे कई सवाल थे, जिनका जवाब आईआईटी के निदेशक के पास नहीं थे।


बेटा संविदा में कर रहा था काम
मृतक की मां ने बताया कि हम पति-पत्नी आईआईटी के कर्मचारी थे और रिटायर्ड होने के बाद अपने बेटे रचित के साथ रहते थे। आईआईटी ने कुछ माह पहले संविदा में कर्मचारियों की नियुक्ति की थी, जिसके तहत बेटे का चयन हुआ था। वह संस्थान की साफ-सफाई किया करता था। मृतक की मां का आरोप है कि निदेशक झूठ बोले रहे हैं। बेंटा आईआईटी में नौकरी करता था। सीओ कल्याणपुर नवीन कुमार ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और पूरे प्रकरण की जांच कर रही है। मृतक के बारे में जो बात पता चली है उसके मुताबिक वह आईआईटी में संविदा पर नौकरी करता था और छठवीं मंजिल से कूद कर जान दी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे कुछ कहा जा सकता है।

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.