दुश्मन को चकमा देने में कारगर
प्रोफेसर अनंत रामाकृष्णा के मुताबिक मेटामैटेरियल्स से खास तरह का स्टिकर बनाया जा रहा है। इसे सेना के टैंक, लड़ाकू विमान और ड्रोन आदि पर लगाया जा सकेगा। जिसके बाद वे दुश्मन को चकमा दे सकेंगे। इन पर पानी, हवा या गर्मी का असर नहीं होगा और अल्ट्रावॉयलेट और इंफ्रारेड किरणों का असर काफी कम रहेगा। इस तकनीक पर इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के प्रोफेसर कुमार वैभव श्रीवास्तव और मैकेनिकल इंजीनियरिंग के प्रोफेसर जे रामकुमार काम कर रहे हैं। प्रोफेसर के मुताबिक इस तकनीक की खासियत है कि इसमें पैच ही ज्यादा सफल होंगे। अगर किसी इंसान या उपकरण को पूरी तरह ढका गया तो वह पकड़ में आ जाएगा। प्रोफेसर ने बताया कि मेटामैटेरियल्स के इस्तेमाल से सेना के लिए संसाधन तैयार किए जा रहे हैं। इसमें डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी भी सहयोग कर रहा है।
एक डिवाइस के इशारे पर एसी-पंखे चलेंगे अौर बंद होंगे घर, ऑफिस या फैक्ट्री सभी जगह एक इशारे पर एसी, पंखे, लाइट समेत बिजली के सभी उपकरण चालू और बंद हो जाएंगे। इसके लिए न तो एक एक कमरे का चक्कर लगाना होगा और न ही अधिक संख्या में कर्मचारी रखने होंगे। पीएसआईटी के एक छात्र ने ऐसी डिवाइस तैयार की है, जो सर्वर से कनेक्ट होगा और बिजली उपकरणों के बारे में पल पल की जानकारी देता रहेगा। यही नहीं, इस डिवाइस के जरिए बिजली उपकरणों का समय भी सेट कर सकेंगे। डिवाइस में फीड किए डाटा के अनुसार उपकरण अपने आप चालू और बंद होंगे। इससे बिजली की खपत कम होगी।