लॉकडाउन के बावजूद आवश्यक जरूरत के सामान की आपूिर्त से कोराना वायरस घरों के अंदर पहुंचने का खतरा बना है, देखने में आ रहा है कि लोग बाहर से सब्जी व अन्य सामान लाने के बाद या तो गर्म पानी में डालकर वायरस दूर करने का प्रयास कर रहे हैं या फिर उसे सैनिटाइज कर रहे हैं। इसे देखते हुए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) कानपुर के विशेषज्ञों ने खास तरह का कोरोना किलर बॉक्स तैयार किया है। आइआइटी विशेषज्ञों का दावा है कि सब्जी, फल, चीनी, दूध, दाल की पैकिंग, मोबाइल, रुपये और चाबी आदि को सैनिटाइज किया जा सकता है। इससे निकलने वाली अल्ट्रावॉयलेट रेज कुछ ही मिनटों में वस्तुओं को बैक्टीरिया और वायरस मुक्त कर सकती है।
कोरोना किलर बॉक्स में कई अल्ट्रावॉयलेट लाइटें लगाई हैं, जिसकी रेंज 240 से 260 नैनोमीटर के बीच रखी गई है। एक बॉक्स की अनुमानित कीमत करीब पांच हजार रुपये है। अब आईआईटी इसके निर्माण के लिए कंपनी से संपर्क कर रहा है। अधिक बनाने में लागत और कम हो जाएगी। प्रो.जे रामकुमार ने बताया कि मॉडल लैब स्केल पर तैयार हो चुका है, इसको आगे बढ़ाया जाएगा। कुछ और खूबियां स्थापित की जा रही हैं। डीआरडीओ ने पूर्व में ऐसा ही बॉक्स बनाया है। उसकी कीमत नौ हजार रुपये है जबकि आइआइटी में बॉक्स बनाने की लागत पांच हजार रुपये आई है। ज्यादा निर्माण होने पर कीमत और कम होने की उम्मीद है।
इस बाक्स में हर चीज को सैनिटाइज करने के लिए अलग-अलग समय लगता है। सब्जी के लिए 10 से 15 लगते हैं तो नोटों की गड्डी को 10 से 15 में वायरस मुक्त किया जा सकता है। इसके अलावा फोन 17 से 18 मिनट, चाबी 15 से 16 मिनट, चावल व चीनी 15 से 20 मिनट और दवाएं 20 से 22 मिनट में वायरस मुक्त हो जाती हैं।