उन्होंने जनवरी पहले हफ्ते में लहर की बात कही उन्होंने यह भी कहा कि सभी लोग सतर्कता जरूर बरते। साथ ही उन्होंने हल्के लॉकडाउन का भी सुझाव दिया है। आपको बता दें कि आईआईटी कानपुर के कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग विभाग के फैकल्टी पद्मश्री प्रो मणींद्र अग्रवाल ने कंप्यूटर मॉडल ‘सूत्र’ के जरिए पहली व दूसरी लहर का भी पूर्वानुमान जताया था। जो काफी हद तक सटीक निकला था। उसी मॉडल के आधार पर उन्होंने तीसरी लहर जनवरी के पहले हफ्ते से दस्तक देने की बात भी कही है। तीसरी लहर का पीक फरवरी में आने की संभावना है।
हल्का लॉकडाउन प्रयोग किया जा सकता है उन्होंने कहा कि जब तीसरी लहर पीक पर होगी उस समय रोजाना एक लाख से डेढ़ लाख के बीच संक्रमित मरीजों के संभावना देखने को मिल रही है। प्रोफेसर अग्रवाल ने कहा ये वैरिएंट नेचुरल इम्युनिटी को ज्यादा बाईपास नहीं कर रहा है। बताते हुए कहा कि नेचुरल इम्युनिटी का मतलब जिन लोगों को एक बार कोरोना हो चुका है उनको घबराने की जरूरत नहीं है। प्रो. अग्रवाल ने कहा कि जैसा हम लोगों ने डेल्टा वैरिएंट के दौरान हो रहे प्रसार को रोकने के लिए एक हल्के लॉकडाउन के रूप में रात का कर्फ्यू, भीड़ पर प्रतिबंध लगाया था उसी तरह इस बार भी प्रयोग किया जा सकता है। इससे लोग बचाव कर सकेंगे।