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इसकी चपेट में आते ही नष्ट हो जाएगा वायरस और सुरक्षित रहेंगे डॉक्टर

locationकानपुरPublished: May 12, 2020 04:05:17 pm

आईआईटी के वैज्ञानिकों ने नैनो फाइबर तकनीक से कोरोना को दी मात इसका उपयोग करने वाला संक्रमित रोगी भी जल्द हो सकेगा स्वस्थ

इसकी चपेट में आते ही नष्ट हो जाएगा वायरस और सुरक्षित रहेंगे डॉक्टर

इसकी चपेट में आते ही नष्ट हो जाएगा वायरस और सुरक्षित रहेंगे डॉक्टर

कानपुर। अभी तक कोरोना फाइटर्स पीपीई के जरिए खुद को कोरोना से सुरक्षित रखने का प्रयास करते थे, मगर इसमें जरा सी लापरवाही से उनके संक्रमित होने का खतरा बना रहता था। मास्क, ग्लब्स और सूट डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ को कोराना से दूर रखता था, लेकिन आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिकों ने अब ऐसी तकनीक निकाली है जिससे तैयार होने वाला मास्क कोरोना वायरस को नष्ट कर देगा। इससे संक्रमण की कोई आशंका ही नहीं रहेगी। यह मास्क पहनने वाला रोगी भी जल्दी ठीक हो सकेगा।
पांच लेयर का मास्क बनेगा वरदान
आईआईटी के पूर्व छात्र और वैज्ञानिकों ने मिलकर नैनो फाइबर तकनीक से ऐसा पांच लेयर वाला मास्क तैयार किया है, जिसके संपर्क में आने के चंद सेकेंड के अंदर वायरस और बैक्टीरिया दम तोड़ देंगे। आइआइटी के पूर्व पीएचडी छात्र डॉ. संदीप पाटिल ने यह शक्तिशाली मास्क डॉ. शिवा कुमार, डॉ. मनीष कुलकर्णी, डॉ. प्रभात द्विवेदी, डॉ. राजा अंगमत्थू व डॉ. टीजी गोपाकुमार के साथ मिलकर तैयार किया है।
हर लेयर अलग तरह से करेगी काम
इस मास्क में नैनो फाइबर चार्ज पार्टिकल के एक्टिव एजेंट होंगे, जो बैक्टीरिया व वायरस का खात्मा कर देंगे। ऐसे में मास्क के जरिए बैक्टीरिया और वायरस घर नहीं आएंगे। केमिकल इंजीनियरिंग नैनो टेक्नोलॉजी से पीएचडी करने वाले डॉ. संदीप पाटिल ने बताया कि पांच लेयर के इस मास्क में पहली लेयर धूल को रोकेगी, दूसरी बारीक कणों से बचाएगी, तीसरी अतिसूक्ष्म कणों को शरीर में पहुंचने से रोकेगी, चौथी नैनो फाइबर लेयर होगी जो बैक्टीरिया व वायरस को मारेगी। इसके अलावा पांचवीं लेयर सपोर्टिंग लेयर होगी जो मास्क को करीब महीने भर तक सुरक्षित रखने में मददगार होगी।
संक्रमित रोगी भी जल्दी होगा ठीक
यह मास्क डॉक्टरों के साथ-साथ कोरोना संक्रमित रोगी के लिए भी बेहद उपयोगी साबित होगा, इसे इस तरह समझ सकते हैं जब रोगी के खांसने पर मुंह से बाहर आने वाले ड्रॉप लेट्स मास्क के संपर्क में आएंगे तो चंद सेंकेंड में खत्म हो जाएंगे। इस तरह वह वापस मुंह के अंदर नहीं जा सकेंगे और संक्रमण बढऩे का खतरा कम होने से जल्दी स्वस्थ होंगे।
जल्द शुरू होगा उत्पादन
परीक्षण में मास्क खरा उतरने के बाद अब स्टार्टअप कंपनी ई स्पिन नैनोटेक इसके निर्माण की तैयारी में जुट गई है। मास्क के तीन महीने में बाजार में आने की संभावना है। हालांकि इसकी कीमत अभी तय नहीं की गई है। यह मास्क डॉक्टरों और आमजन के लिए तो बेहद उपयोगी होगा, इसके साथ ही रोगी के इलाज में भी बेहद कारगार साबित होगा।
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