जिसके अनुसार भारत में कोरोना की तीसरी लहर अभी नहीं आई है। उनका दावा है कि यह पहली लहर की तरह ही होगी। दरअसल जिन देशों में तीसरी लहर आई है, वहां इसका बड़ा कारण डेल्टा वेरिएंट है, जबकि इंडिया में डेल्टा के कारण बड़ी संख्या में लोग पहले ही संक्रमित हो चुके हैं, इससे उनमें हर्ड इम्युनिटी बन चुकी है। इसलिए तीसरी लहर यहां के लिए अधिक खतरनाक नहीं होगी। प्रो. अग्रवाल के मुताबिक वर्तमान में जो वेरिएंट प्रभावी है, उसकी वजह से देश में तीसरी लहर नहीं आएगी।
अगर अगस्त अंत तक डेल्टा वेरिएंट की तरह तेजी से फैलने वाला कोई नया वेरिएंट आता है तो अक्तूबर अंत तक तीसरी लहर आने की उम्मीद है। अगर ऐसा कोई वेरिएंट नहीं आता है तो तीसरी लहर अधिक प्रभावी नहीं होगी। प्रो. अग्रवाल के मुताबिक कोरोना को लेकर कई स्टडी चल रही हैं। इन्हीं के मुताबिक कहा जा रहा है कि संक्रमित हो चुके लोगों में से 20 फीसदी में इम्युनिटी काफी कमजोर हो जाती है। इसलिए ऐसे लोग सतर्क रहे, उन्हे फिर संक्रमण होने का खतरा रहेगा। इसलिए वैक्सीनेशन कराते हुए सोशल डिस्टेंस व मास्क जरूर लगाएं।