क्योंकि यहां दूर-दराज से जुगाड़ एवं टैम्पों से सब्जी बेचने आने वाले लोग पार्किंग के अभाव में सड़क पर ही अपने वाहन खड़े कर देते हैं। इससे बालाजी मंदिर में पूजा-अर्चना करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को भी खासी परेशानी झेलनी पड़ती है। ज्यादा परेशानी सब्जी खरीदने आने वालों को होती हैमहिला, पुरुष एवं बच्चों को होती है।
इसका प्रमुख कारण सब्जी की नीलामी होने के बाद व्यापारी मुख्य सड़क पर ही सब्जी की दुकान लगाकर बेचते हैं। इससे जगह की कमी अखरती है, लेकिन पुलिस व प्रशासन का यहां यातायात सुचारू कराए जाने की ओर कोई ध्यान नहीं है।
जबकि इस मार्ग पर महिला महाविद्यालय, बालिका स्कूल, आदर्श विद्या मंदिर, सैनी बालिका आदर्श विद्या मंदिर विद्यालय संचालित है। प्रतिदिन हजारों की संख्या में बच्चे सुबह स्कूल जाते हैं। ऐसे में बालाजी चौक पर लगने वाला जाम विद्यार्थियों के लिए भी नासूर बनता जा रहा है।
कई बार तो हालात ये हो जाते हैं कि यदि किसी प्रसूता या बीमार व्यक्ति को चिकित्सालय पहुंचाना है तो 100 मीटर की दूरी तय करने में आधा घण्टे लग जाता है। इसके बाद यहां से सब्जी बेचने के लिए मण्डी लगती है और गांवों में भी सब्जी ले जाते हैं। लोगों का कहना है कि यदि यहां पालिका की ओर से पार्किंग की व्यवस्था शुरू कर दी जाए, तो काफी हद तक यातायात सुचारु हो सकता है।
खास बात यह है कि बालाजी चौक के समीप ही माधोगंज मण्डी स्थित है। जिसकी दूरी बालाजी चौक से मात्र 200 मीटर है। ऐसे में प्रशासन की ओर से इन वाहनों की सब्जी खाली होने पर मण्डी में पार्किंग करा दी जाए और एक-एक वाहन को वापस मण्डी में सब्जी लेने के लिए प्रवेश दिया जाए, तो आमजन को राहत मिल सकती है।