आईआईटी के निदेशक प्रो. अभय करंदीकर ने बताया कि दोनों संगठन राज्य के साथ-साथ राष्ट्र के रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्रों को मजबूत करने के लिए एकजुट प्रयास करेंगे। इससे देश आत्मनिर्भर होगा और सीमा पर मजबूती के साथ वैश्विक पहचान मिलेगी। संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने बताया कि यूएवी और साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में देश तेजी से काम कर रहा है। अब दोनों संस्थान मिलकर नई तकनीक विकसित करने में एक दूसरे की मदद करेंगे।
उप्र डिफेंस कॉरिडोर पहल को भी प्रदान करेगा गति आईआईटी देश में यूएवी अनुसंधान और विकास क्षेत्र में काम करने वाले अग्रणी संस्थान है और भेल ने बड़े उत्पादों व प्रणालियों के निर्माण में अपना वर्चस्व स्थापित किया है। यह सहयोग आईआईटी में प्रौद्योगिकी विकास और भेल में विनिर्माण के साथ उप्र डिफेंस कॉरिडोर पहल को भी गति प्रदान करेगा। भेल टीम में कार्यकारी निदेशक हरिद्वार यूनिट पीसी झा, परवेज अहमद, रोहिल बंसल और आईआईटी के प्रो. दीपू फिलिप, अवंती जोशी, श्रेया मिश्रा आदि रहे।