१०० करोड़ के कारोबार वाले इस शहर के होटलों में इस समय बुकिंग की डेट खाली है। शहर के वे होटल जहां पर पार्टी आयोजित कराने के लिए लोगों को कम से कम दो महीने पहले से बुङ्क्षकग करानी पड़ती थी, आज वहां भी मनचाही डेट तुरंत मिल रही है। फुल रहने वाले होटलों में भी काफी रूम खाली पड़े हैं।
कारोबार में आयी कमी के चलते होटल मालिकों ने स्थिति को संभालने के लिए रेट भी कम कर दिए हैं, ताकि काम चलता रहे पर इसके बावजूद हालात जस के तस हैं। होटल मालिकों का कहना है कि बाहर से आने वाले लोगों की संख्या कम होने से होटल के कमरों की बुकिंग भी कम हुई है। दूसरी ओर पार्टियां कम होने से कारोबार को बड़ा झटका लगा है।
रेस्टोरेंट कारोबार को ऑनलाइन फूड ने बड़ा नुकसान पहुंचाया है। कानपुर होटल, गेस्ट हाउस, स्वीट्स एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के महामंत्री राजकुमार भगतानी ने बताया कि ऑनलाइन फूड के चलन से लोग रेस्टोरेंट और होटल में आने से परहेज कर रहे हैं। अपना मनपसंद फूड उन्हें घर बैठे ही मिल रहा है। जिससे रेस्टोरेंट संचालन में परेशानी हो रही है। यही स्थिति रही तो रेस्टोरेंट का बिजली खर्च और वेटरों का वेतन भी निकलना मुश्किल हो जाएगा।