उत्तर पुस्तिकाओं में ऐसे स्लोगन देख कॉपी चेक कर रहे परीक्षक का दिमाग चकरा गया। क्योंकि परीक्षार्थी ने मार्मिक अपील करते हुए पास होने की गुहार लगाई थी। उसका कहना था कि अगर पास नहीं हो पाऊंगा तो सेना में भर्ती नही हो पाऊंगा। परीक्षार्थी ने बहुत रोचक तरीके से लिखा कि सर मेरे मामा जी सेना में थे, जो कि आतंकियों से लड़ते हुए शहीद हो गए हैं। सर पास जरूर कर देना। पाकिस्तान से बदला लेने जाना है। यदि पास नही हुआ तो सेना में नही जा सकूंगा। सेना में भर्ती न हो पाने के कारण मामा की शहादत का बदला नही के पाऊंगा। परीक्षार्थी की इस अपील को पढ़ने के बाद पहले तो परीक्षक चौकन्ने हुए लेकिन बाद में वहां मौजूद परीक्षकों की हंसी रुकते नही बनी और जमकर हंसी ठिठोली हुई।
दरअसल प्रत्येक वर्ष मूल्यांकन में उत्तर पुस्तिकाओं में छात्रों द्वारा रखे गए रुपये निकलते थे, जो कि परीक्षक अच्छी तरह जानते है कि परीक्षार्थी पास होने के लिए नए नए हथकंडे अपनाते हैं। इसलिए इन स्लोगन का परीक्षकों पर कोई असर नही हुआ और प्रेक्षकों ने नियमानुसार कापियों का मूल्यांकन किया। बताया गया कि इस बार गणित विषय की कापियों में नोट तो नहीं निकल रहे लेकिन परीक्षार्थियों ने उत्तर पुस्तिकाओं में प्रश्न हूबहू उतार दिए हैं। कुछ भी हो लेकिन इससे परीक्षा में सख्ती होने की बात जरूर सामने आ रही है।