मामले को पुलिस ने गंभीरता से लिया और फिर वरिष्ठ आइएएस मोहम्मद इफ्तिखारुद्दीन प्रकरण के बाद दुकानदार द्वारा बिल की पर्ची के अंत में ‘इस्लाम द ओनली साल्यूशन’ प्रिंट करके देने के मामले को पुलिस प्रशासन ने गंभीरता से लिया। पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने मामले में तत्काल जांच के आदेश दिए। इधर बिल पर्ची प्रिंट कर देने वाले कारोबारी से संपर्क करने पर उसका फोन बंद जाता रहा। वहीं डीसीपी पूर्वी प्रमोद कुमार के नेतृत्व में कोतवाली पुलिस ने आरोपित दुकानदार को पकड़ लिया। बताया गया कि इस रबड़ व्यापारी का नाम मोहम्मद सालिम है, जो कि मेस्टनरोड स्थित मैदा बाजार का रहने वाला है।
व्यापारी से एलआईयू, आइबी व एटीएस ने की पूछताछ पहले सालिम से करीब दो घंटे तक एलआइयू ने पूछताछ की और बाद में आइबी व एटीएस ने भी सवाल जवाब किए। पुलिस को दिए गए लिखित माफीनामा में व्यापारी सालिम ने कहा है कि उसकी पापुलर ट्रेडिंग कंपनी के नाम से फर्म है। बिल बनाने में सुविधा के लिए उसके पिता स्व. मोहम्मद हसीन 10 साल पहले मशीन लाए थे। व्यापार में बरकत के उद्देश्य से उन्होंने बिल पर्ची पर इस्लाम द ओनली साल्यूशन लिखवा दिया था। तीन साल पहले पिता की मृत्यु हो चुकी है।