एचबीटीयू रजिस्ट्रार प्रो. मनोज कुमार शुक्ला ने बताया कि एचबीटीयू को अभी तक टेक्निकल यूनिवर्सिटी के इनोवेटिव आइडिया को डीएसटी से कोई फंडिंग नहीं मिलती थी. अब छात्रों के साथ फैकल्टी मेंबर भी अपने इनोवेटिव आइडिया को डीएसटी भेज सकते हैं. ऐसे में अगर डीएसटी की स्क्रीनिंग कमेटी को आइडिया अच्छा लग गया तो उस पर काम करने के लिए डीएसटी बजट रिलीज करेगा. छात्रों को अपना पूरा प्रोजेक्ट बनाकर भेजना होगा. कॉल आने पर डीएसटी में प्रजेंटेशन देना होगा.
इस बारे में एचबीटीयू के वीसी कहते हैं कि इनोवेटिव आइडिया पर काम करने वाले छात्रों को अगर आइडिया डीएसटी को पसंद आया तो उसे बड़े पैमाने पर काम करने के लिए बजट आवंटित किया जाएगा. ऐसा होने से ज़ाहिर सी बात है कि छात्रों को एक अच्छा प्लेटफार्म मिलेगा. वहीं दूसरी ओर ऐसा मौका मिलने से छात्रों में भी खुशी की लहर है. यहां एक बार फिर से याद दिला दें कि केंद्र सरकार के विज्ञान एवं तकनीकि विभाग ने पहली बार एचबीटीयू के छात्रों के प्रोजेक्ट को फंडिंग करने पर सहमति दे दी है. एचबीटीयू छात्रों के प्रोजेक्ट डीएसटी भेजे जाएंगे. डीएसटी को इनोवेटिव आइडिया वाले प्रोजेक्ट अपील कर गए तो इन प्रोजेक्ट को डीएसटी बजट देकर उन्हें बड़े पैमाने पर ले जाने का प्रयास करेगा.