यह घटना रात आठ बजे की है। किदवईनगर के विनोबा नगर में सिंचाई विभाग कॉलोनी के सामने विभाग में कार्यरत बजरंग सिंह का छोटा बेटा कुलदीप (30) मिथुन के ठेले के पास बैठकर चना खा रहा था। उसी समय जूही थाने का सिपाही एक महिला सिपाही के साथ बेतरतीब तरीके से कार दौड़ा रहा था। दोनों लोग नशे में झूम रहे थे। देखते ही देखते सिपाही की कार कुलदीप की ओर बढ़ती आई और इससे पहले कि कुलदीप संभल पाता, कि कार ने कुलदीप को कुचल दिया। इसके बाद भी सिपाही ने कार नहीं रोकी और वह उसे दौड़ाता रहा। कार ने उसी दौरान मिथुन और उसके भाई संतोष के साथ एक महिला होमगार्ड के बेटे अजय को भी टक्कर मारकर घायल किया और भी कार दीवार से टकराकर रुक गई।
कार के रुकते ही गुस्साए स्थानीय लोगों ने सिपाही को कार से खींचकर पीटना शुरू कर दिया। यह देख महिला सिपाही भाग निकली। सूचना पाकर किदवईनगर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सिपाही को गिरफ्तार किया और थाने ले गई। आरोपी पर कार्रवाई की बजाय पुलिस मामले को दबाने में जुट गई। इतना ही नहीं पुलिस ने प्रत्यक्षदर्शियों को धमकाया और मृतक परिवार को मुआवजा दिलवाने का आश्वासन देकर चुप करवाने का प्रयास भी किया। पुलिस के इस रवैये से स्थानीय लोग आक्रोशित होकर थाने पर जुटने लगे। मामला बढ़ता देख किदवईनगर पुलिस ने कपिल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर मामला शंात कराया।