दरअसल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्राम पंचायतों में गुणवत्तापूर्ण कराने के लिए पंचायतों को अधिकृत किया था। इसके तहत प्रदेश सरकार ने सर्वे कराने के बाद प्रत्येक जनपद से पांच पांच ग्राम पंचायतों का चयन कर रिपोर्ट मांगी थी। इस पर अपर निदेशक पंचायत एसके सिंह समेत जिला स्तरीय अधिकारियों ने 40 बिंदुओं पर जांच रिपोर्ट तैयार की थी। इसमें राजस्व वित्त एवं चौदहवें वित्त से ग्राम पंचायतों में कराए गए विकास कार्य, शौंचालय निर्माण, आवास, स्वच्छता कार्यक्रम, शिक्षा व कुपोषण सहित अन्य तमाम बिंदुओं पर जांच की गई थी। इसमें कानपुर देहात के मैथा ब्लाक के टोडरपुर ग्रामसभा को प्रथम स्थान मिला है। वहीं रसूलाबाद ब्लाक के आलमपुर खेड़ा को दूसरा, राजपुर की खासबरा ग्रामसभा को तीसरा, मलासा की बरगवां को चौथा एवं मैथा ब्लाक के करोम ग्रामसभा को पाँचवा स्थान मिला है।
इस पर मुख्यमंत्री ने पांचों ग्राम पंचायतों को 8 लाख रुपये की प्रोत्साहन धनराशि से सम्मानित किया है। शासन ने ग्राम पंचायत के प्रथम निधि खाते में धनराशि भेज दी है। इस पर प्रधान हरपाल सिंह की योग्यता एवं कुशल निर्देशन में पंचायत सचिव खुशबू श्रीवास्तव के सहयोग से ग्राम पंचायतों में कराए गए कार्यों से ग्रामीण खुश नजर आ रहे हैं। दूसरे स्थान पर आलमपुर खेड़ा को 7 लाख, तीसरे नंबर पर खसबरा को 5 लाख, चौथे स्थान पर आए बरगवां को 3 लाख एवं पांचवें नंबर आये करोम ग्रामसभा को दो लाख रुपये की धनराशि प्रोत्साहन के रूप में मिली है। ग्राम प्रधानों का कहना है कि मुख्यमंत्री द्वारा दी गयी धनराशि से हमें ऊर्जा मिली है। ऐसे ही मार्गदर्शन से हम ग्राम पंचायत में और अच्छा कार्य कराने का प्रयास करेंगे।