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इस लोकसभा क्षेत्र के मतदाता झेल रहे ये दंश, वोटों के लिए प्रत्याशियों व नेताओं को यहां करनी होगी कड़ी मशक्कत

locationकानपुरPublished: Mar 17, 2019 02:11:44 pm

Submitted by:

Arvind Kumar Verma

इसलिये ग्रामीणों में नेताओं के प्रति नाराजगी व्याप्त है। यह क्षेत्र कन्नौज लोकसभा क्षेत्र में आता है।

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इस लोकसभा क्षेत्र के मतदाता झेल रहे ये दंश, वोटों के लिए प्रत्याशियों व नेताओं को यहां करनी होगी कड़ी मशक्कत

कानपुर देहात-जिले के मैथा ब्लाक क्षेत्र में बनी मरहमताबाद हवाई पट्टी की बाउंड्रीवाल इस लोकसभा चुनाव में बीजेपी के लिए नासूर बनेगी। चुनाव में मतदाताओं से वोट मांगने के दौरान बीजेपी प्रत्याशियों को उनके गुस्से का सामना करना पड़ेगा। दरअसल इस हवाई पट्टी की बाउंड्रीवाल के बनने से आस पास के करीब आधा सैकड़ा गांव बारिश में जलमग्न हो जाते हैं। हालात ऐसे होते हैं कि बारिश का पानी लोगों के घरों में घुसता है, इससे लोग त्रस्त हो जाते हैं। बीती जुलाई 2018 में भी कुछ ऐसे ही हालात हुए थे। जब भारी बारिश के बाद मैथा ब्लाक के बगुलाही, सतावन पुरवा, रामगढ़, औरंगाबाद, गहिरा, रायपुर, बरियाँ निवादा, बन्नापुर, खुमान निवादा, नुनारी, बहादुरपुर, बड़ागांव सहित कई अन्य गांव के घरों में पानी भर गया था। साथ ही खेंतो में खड़ी धान की फसलें जलमग्न हो गयी थी।
इससे नाराज ग्रामीणों ने हवाई पट्टी तोड़ने का प्रयास किया था। इस पर पुलिस बल द्वारा रोकने पर ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया था। इसके बाद पुलिस ने 25 नामजद सहित करीब 125 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुक़दमा दर्ज किया था। ग्रामीणों के मुताबिक हवाई पट्टी बनने के बाद सूपानाला से बारिश का पानी नही निकल पाता है, इससे पानी गांव में भरता है। यही कारण है कि पिछले अगस्त माह में त्रस्त ग्रामीणों ने औरंगाबाद गांव के सामने कानपुर विधूना मार्ग जाम कर हंगामा काटा था। इसमें पुलिस ने कार्र्वाई की थी।
उस दौरान सत्तासीन बीजेपी सहित किसी भी राजनैतिक दल के नेताओं ने इन ग्रामीणों का दर्द सनाझना उचित नहीं समझा। इसलिए ग्रामीणों में नेताओं के प्रति नाराजगी व्याप्त है। हालांकि यह क्षेत्र कन्नौज लोकसभा क्षेत्र में आता है। इसलिए इस सीट से चुनाव लड़ने वाले बीजेपी सहित अन्य पार्टी नेता, प्रत्याशियों को इन मतदाताओं की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि ग्रामीणों की यह विकट समस्या उनके लिए एक मुद्दा बन चुका है।
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