कानपुर

जुयें से इस मेले की है पहचान, प्रत्येक वर्ष लगता है इस मजार पर मेला, जानिए

पिछले वर्ष पुलिस द्वारा स्थानीय लोगों से जुआं न खेलने और न खिलाने की अपील की गई थी।

कानपुरNov 08, 2019 / 01:24 pm

Arvind Kumar Verma

जुयें से इस मेले की है पहचान, प्रत्येक वर्ष लगता है इस मजार पर मेला, जानिए

कानपुर देहात-सभी जानते हैं कि जुआं खेलना अपराध है। इसके लिए कानून में सजा का प्रावधान है। फिर भी लोग परंपरा की मान्यता देकर इस अपराध को बढ़ावा दे रहे हैं और खुलेआम जुएं के फड़ लगाकर बड़े बड़े दांव लगाते हैं। ऐसा ही नजारा कानपुर देहात के मंगलपुर क्षेत्र के मलगाँव गांव स्थित सैयद बाबा मंदिर में तीन दिवसीय मेले का है। प्रतिवर्ष की इस वर्ष भी मेले का संचालन शुरू हुआ है। इस मेले की प्रमुखता यह है कि यहां पर खुलेआम जुआं के फड़ संचालित होते हैं। वैसे तो जुआ न हो इस वास्ते पुलिस द्वारा सक्रियता बरतने का दावा किया जाता है लेकिन जुआरी हजारों के दांव लगाने से बाज नहीं आते हैं। इस साल भी मेले में जुएं के फड़ संचालित हुए।
कानपुर देहात के थाना मंगलपुर क्षेत्र के मलगाँव में स्थित सैयद बाबा के मंदिर में प्रत्येक वर्ष तीन दिवसीय मेले का आयोजन किया जाता है। इस मेले की प्रमुखता है कि इसमें प्रत्येक वर्ष मंदिर परिसर के आसपास कई स्थानों पर जुआं के फड़ संचालित होते हैं, जिनमें हजारों के दांव लगाए गए। पिछले वर्ष पुलिस द्वारा स्थानीय लोगों से जुआं न खेलने और न खिलाने की अपील की गई थी। हालांकि इसका खासा असर भी देखा गया था, लेकिन इस साल जुआरी जुआं के फड़ लगाने से नहीं चूके।
बताया जाता है कि यह मेला संचालित होने वाले जुआं फड़ों के चलते ही जाना जाता है। मलगाँव में प्रत्येक वर्ष खुलेआम चलने वाले जुएँ के फड़ बहुत ही चर्चित हैं। यंहा दूर दराज के जुआड़ी लाखों रुपये लेकर जुएं के फड़ो में बैठकर लाखो रुपयों के न्यारे व्यारे करते है। वर्षों से खुलेआम चलते आ रहे इन फड़ो पर पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नही जा सकी है। प्रभारी निरीक्षक थाना मंगलपुर शिवकुमार सिंह राठौर ने बताया कि पुलिस टीम भेजकर जुआड़ियों को पकड़ा जाएगा। जुंआ का संचालन पूरी तरह से बन्द कराया जाएगा।
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