रेलवे अधिकारियों के मुताबिक खास कर लंबी दूरी की ट्रेनों के जनरल कोच में सफर करने वाले यात्री अक्सर सफर के दौरान बीमार पड़ जाते है. इनको कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर रेलवे डॉक्टर की सुविधा मुहैया कराता है. नए आदेशों के बाद इन यात्रियों की जेब ढीली होगी. डिप्टी एसएस के मुताबिक मेडिकल सुविधा फीस निर्धारित करने के बाद ट्रेनों में मेडिकल हेल्प लेने वाले यात्रियों की संख्या में काफी कमी आई है. एक सप्ताह पहले तक प्रतिदिन दो दर्जन से अधिक यात्री रेलवे डॉक्टर की मांग करते थे. मेडिकल सुविधा फीस 100 रुपए होने के बाद 24 घंटे में दो से तीन ही मैसेज आ रह हैं.
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक रेल यात्री ब्रेक जर्नी की स्थिति में स्टेशन पर रिटायरिंग रूम व डॉरमेट्री बुक कराता है. यह बुकिंग आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर होती है. यात्री किसी परिस्थिति में अगर ऑनलाइन रिटायरिंग रूम व डॉरमेट्री की बुकिंग दो दिन पहले कैंसिल कराता है. तो अब उसे 10 के बजाए 20 प्रतिशत फीस ली जाएगी. एक दिन पहले कैंसिल कराने में यात्री को 50 प्रतिशत ही रिफंड किया जाएगा. अगर यात्री बुकिंग वाले दिन की बुकिंग कैंसिल कराता है तो उसे कोई रिफंड नहीं होगा.
एनसीआर के सीपीआरओ गौरव कृष्ण बंसल कहते हैं कि सफर के दौरान यात्री को डॉक्टर की सुविधा मुहैया कराने के लिए 100 रुपये फीस निर्धारित की गई है. इसके साथ ही रिटायरिंग रूम बुकिंग कैंसिलेशन का चार्ज भी बढ़ा दिया गया है.