अरशद ने पुलिस को धोखा देने के लिए राहुल सिंह नाम से फर्जी आईडी बनवा रखी थी। जब उसे होटल से गिरफ्तार किया गया था। उस समय भी उसने अपना नाम राहुल बताया था। बताया गया कि अरशद बाबूपुरवा में रहने वाली अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने आया था। जब उसने मिलने की बात कही तो गर्लफ्रेंड ने मिलने से इंकार कर दिया। इससे दोनों में विवाद हो गया। तो उसने रेलवे स्टेशन व झकरकटी को बम से उड़ाने की धमकी देकर सभी को सकते में डाल दिया था।
पुलिस के अनुसार सालों पहले वो परिवार के साथ कानपुर छोड़कर प्रयागराज में बस गया था। बताया गया कि साल 2011 में प्रयागराज में भी बम से स्टेशन को उड़ाने की धमकी देने पर अरशद जेल गया था। पुलिस का कहना है कि आशंका है कि देश में कई किडनी बेचने वाले गैंग सक्रिय हैं। इनका दिल्ली और जयपुर के अस्पतालों से तो संपर्क हो सकता है लेकिन आपस में कोई कनेक्शन नहीं है।