बर्रा थाने में दर्ज गुमशुदगी के बाद पुलिस ने छानबीन की तो 7 अप्रैल बृहस्पतिवार के दिन ऋषभ का शव सचेंडी थाना क्षेत्र स्थित नहर में मिला था। छानबीन के दौरान पुलिस को सीसीटीवी फुटेज से कुछ जानकारी मिली। वहीं से ऋषभ के मोबाइल नंबर से भी सीडीआर निकलवा कर जांच हुई। जिसमें अंतिम कॉल किसी लड़की की थी। जबकि एक अन्य नंबर महोबा का निकला। लेकिन यह स्विच ऑफ था। ऋषभ के मोबाइल से मिले नंबरों के आधार पर पुलिस ने घटना का खुलासा किया।
सीसीटीवी फुटेज अकेली गई मदद
वही नौबस्ता चौराहा, फजलगंज चौराहा में मिले सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने गाड़ी को खोज निकाला। यह गाड़ी ट्रैवल एजेंसी चलाने वाले राकेश कुमार राठौर की थी। पूछताछ के दौरान राकेश कुमार राठौर ने बताया कि जिम संचालक रविंद्र उर्फ दीपू साहू ने गाड़ी बुक कराई थी। स्कॉर्पियो मालिक राकेश से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने अमित यादव और अभय प्रताप सिंह निवासी सुभाष नगर महोबा को पूछताछ के लिए साथ ले आई। पूछताछ के दौरान पुलिस को घटनाक्रम की जानकारी मिली।
इस प्रकार हुआ खुलासा
एसीपी गोविंद नगर विकास पांडे ने घटना का खुलासा किया। विकास पांडे के अनुसार अमित ने बताया कि गाड़ी में रविंद्र उर्फ दीपू साहू के साथ और अभय भी मौजूद थे। रविंद ने ऋषभ का गला दबाकर मार दिया। बाग में जिसका शव सचेंडी स्थित नहर में फेंक दिया गया। घटनाक्रम के विषय में बताया गया कि मोहब्बत की एक किशोरी से ऋषभ का प्रेम संबंध था। लेकिन इसी बीच ऋषभ के पिता का ट्रांसफर महोबा से कानपुर हो गया।
ऋषभ बदनाम कर रहा था
जिससे ऋषभ का मिलना जुलना कम हो गया। इसके बाद किशोरी का संबंध जिम चलाने वाले रविंद्र से हो गया। जिससे नाराज ऋषभ ने किशोरी के। अश्लील वीडियो भेज कर उसे बदनाम करने लगा। जिससे नाराज होकर उक्त घटना को अंजाम दिया गया। पुलिस ने रविंद्र और तोफिक की गिरफ्तारी के लिए टीम का गठन किया है। पुलिस ने बताया कि शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।