केंद्र की भाजपा सरकार बीती तिमाही से पहले 7.8 फीसदी ब्याज दे रही थी। अब नई अधिसूचना के मुताबिक पहली जनवरी से 31 मार्च 2019 तक पीएफ समेत दस भविष्य निधियों पर 8 प्रतिशत Interest मिलेगा। ईपीएफओ ने सभी विभागों को नोटिस जारी कर साफ कर दिया है कि यह इंट्रेस्ट बीती तिमाही के बराबर ही जारी रखा गया है, लेकिन जमा धन पर उससे पहले ब्याज .2 फीसदी से कम मिलेगा।
इसके साथ ही EPFO जल्द एक और बड़ा फैसला कर सकता है। इसके तहत अंशधारकों को अपने कोष से शेयर बाजार में किए जाने वाले निवेश को बढ़ाने या घटाने का विकल्प मिल सकता है।
ईपीएफओ इसके अलावा कई अन्य सामाजिक सुरक्षा लाभ और कोष के प्रबंधन के डिजिटल सा धन जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध करा सकता है। वर्तमान में ईपीएफओ खाताधारकों के जमा का 15 प्रतिशत तक एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) में निवेश करता है। इस मद में अब तक करीब 55,000 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है। वर्तमान में ईपीएफओ के दायरे में 190 उद्योगों से जुड़े 20 करोड़ से अधिक ईपीएफओ खाते और 11.3 लाख ईकाइयां आती हैं।
खाताधारकों की सुविधा के लिए EPFO एक ऐसा सॉफ्टवेयर विकसित कर रहा है जो पीएफ में कैश और ईटीएफ के हिस्से को अलग-अलग दिखाएगा। फिलहाल जब भी कोई पीएफ अकाउंट लॉग इन करता है केवल एकमुश्त रकम दिखाई देती है। किसी को अभी यह नहीं पता चलता है कि उनके पैसे को ईपीएफओ कहां और कितना निवेश कर रहा है। नई प्रणाली लागू होने के बाद पीएफ अकाउंट देखने पर यह भी पता चलेगा कि पैसा कहां निवेश किया जा रहा है। यही नहीं, शेयर बाजार में निवेश का हिस्सा घटाने या बढ़ाने का फैसला भी यहीं लिया जा सकेगा।
इस दायरे में सामान्य भविष्यनिधि, अंशदायी, अखिल भारतीय सेवा, राज्य रेलवे भविष्यनिधि, सामान्य भविष्यनिधि रक्षा सेवाएं, भारतीय आयुध विभाग, भारतीय आयुध कारखाना कामगार, भारतीय गोदी नौसेना कामगार, रक्षा सेवा अधिकारी और सशस्त्रसेना कार्मिक भविष्यनिधि आएंगे।