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आईपीएस के ससुर ने कहा बेटी नहीं बेवफा, सुरेंद्र दास से बेइंतहा प्यार करती थी रवीना

locationकानपुरPublished: Sep 12, 2018 12:39:50 pm

Submitted by:

Vinod Nigam

बेटी के खिलाफ मीडिया में छप रहीं खबरों से पिता आहत, पूरी तरह से बिखर गई है रवीना, उसे प्लीज सुरेंद्र दास के लिए जीनों दो

IPS father gave a big statement, Raveena and Surendra had no dispute

आईपीएस के ससुर ने कहा बेटी नहीं बेवफा, सुरेंद्र दास से बेइंतहा प्यार करती थी रवीना

कानपुर। आईपीएस सुरेंद्र दास की मौत के बाद जहां उनके परितनों ने पत्नी रवीना को सुसाइड का जिम्मेदार बता रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ उनके ससुर अपनी बेटी को बचाने के लिए खुलकर सामने आ गए हैं। डॉक्टर रवीना के पिता डॉक्टर रावेंद्र सिंह ने स्पष्ट कहा कि बेटी और दामाद के बीच रिश्ते मधुर थे। बेटी रवीना बेवफा नहीं है, वो आईपीएस सुरेंद्र दास से बेइंतहा प्यार करती थी। पति की मौत से पूरी तरह से रवीना टूट गई है। इसलिए मेरी लोगों से अपील है कि उस पर गलत इंजाम न लगाएंगे। शादी के एक साल बीत जाने के बाद कभी भी बेटी और दामाद ने हमें किसी भी तरह के विवाद के बारे में कभी नहीं बताया। अगर वह बताते तो ऐसी स्थिति आती ही नहीं। अपने कई मित्रों को इस तरह की पारिवारिक उलझनों से निकाल चुका हूं।
क्या है पूरा मामला

आईपीएस सुरेंद्र दास ने एक सप्ताह पहले अपने सरकारी आवास पर सल्फास खाकर सुसाइड की कोशिश की थी। मौत को गले लगाने से पहले उन्होंने पत्नी रवीना के नाम सुसाइड नोट लिखा था। जहर की बात जानने के बाद पत्नी रवीना उन्हें लेकर रीजेंसी पहुंची और पांच दिनों के इलाज के बाद रविवार को आईपीएस की मौत हो गई। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया। आईपीएस का अंतिम संस्कार लखनऊ में हुआ। पति की मौत के बाद पत्नी रवीना अस्पताल से अपने पिता के साथ घर चली गई थी। इसी के बाद आईपीएस के बड़े भाई ने पुलिस लाइन पर सुरेंद्र दास की मौत का जिम्मेदार बहू रवीना को बताया था और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की बात कही थी। लेकिन तीन दिन बीत जाने के बाद पुलिस को अभी भी तहरीर नहीं मिली। पूरे मामले की जांच एसपी क्राइम कर रहे हैं। जबकि दाह संस्कार में शामिल होने के लिए रवीना और उनके पिता लखनऊ गए और वहां ो वापस आने के बाद दमाद के सुसाइड करने के बारे में मीडिया को जानकारी दी।

जरूरत पड़ेगी तो सभी को बताऊंगा
दाहसंस्कार होने के बाद पहली बार रवीना के पिता डॉक्टर रावेंद्र सिंह ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि बैकुंठ धाम में रवीना करीब तीन घंटे तक रही। सभी ने उसकी हालत देखकर नहीं जाने को कहा था। इसलिए लेकर आया हूँ। रात में घर पर सुरेंद्र के शव को देखकर रवीना की हालत बिगड़ रही थी। इसलिए उसे लेकर वहां से निकला था। रवीना अभी तक सदमे में है। सुरेंद्र की मौत से उनके पूरे परिवार को गहरा आघात लगाया है। सुरेंद्र और रवीना के बीच किसी भी तरह की दिक्कत नहीं थी। उन्होंने सुसाइड किस वजह से किया, इसकी कोई जानकारी नहीं है। सुरेंद्र ने सुसाइड नोट में किसी को भी जिम्मेदार नहीं ठहराया है। अभी शांत रहने दें तो अच्छा होगा। जरूरत पड़ेगी तो सभी को बताऊंगा। रवीना व उन पर लगाए जा रहे सभी आरोप गलत थे। सुरेंद्र का परिवार लगातार आता-जाता रहता था। रवीना आईपीएस सुरेंद्र दास से बेइंजहा प्यार करती थी। दमाद भी बेटी को चाहते थे। उन्होंने मौत को लगे क्यों लगाया इस बारे में हमें जानकारी नहीं है।

जन्माष्टमी के दिन बेटी ने रखा थ व्रत
डॉक्टर रावेंद्र ने बताया कि सुरेंद्र ने उनके एक पालतू कुत्ता दिया था। वह हर समय हमारे साथ रहता है। जन्माष्टमी के दिन मै सुरेंद्र के घर गया था। पालतू कुत्ता सुरेंद्र से काफी हिला मिला था। इसलिए उसके लिए अड्डा व नानवेज फालोअर से मंगाया था। सावन और भादौ में वह लोग नानवेज नहीं खाते है। इसीलिए सुरेंद्र व रवीना दोनों ने ही व्रत करके भगवान की झांकी सजाई थी। दोनों ने शिवाले से भगवान के कपड़े और सजावट का सामान मिलकर खरीदा था। रात में प्रसाद भी फालोअप समेत सभी को वितरित किया था। जन्माष्टमी सजावट की फोटो भी अपलोड की थी। जन्माष्टमी के दिन पूजा न करने व नानवेज खाने की बात पूरी तरह से झूठी है। बेटी पर जितने आरोप लगाए जा रहे हैं वो सब गलत हैं। अगर मैंने अपना मुंह खोला तो कईयों के चेहरे से पर्दा उतर जाएगा। इसलिए मैं चाहता हूं कि हमें अकेला छोड़ दें। मेरी बेटी पति की मौत के बाद पूरी तरह से बिखर चुकी है। उसे हमें जिंदा रखना है।

70 हजार पाती है वेतन
डॉक्टर रावेंद्र सिंह ने बताया कि रवीना ने किसी को घरवालों से बात करने के लिए नहीं रोका। एसपी पूर्वी अपने आफिस अकेले जाते थे। अगर उनका मन होता तो वह आफिस में घर वालों से बात कर सकते थे। वह क्यो किसी को रोकेगी। सभी तरह की बाते बकवास है। रवीना को खुद 70 हजार रुपए मिलता था। ऐसे में पैसे की किसी भी तरह की बात नहीं थे। रवीना का सुरेंद्र पर किसी भी तरह का दबाव नहीं था। घर न जाने की बात भी पूरी तरह से बकवास है। रवीना लगातार घर कई बार गई थी। साथ ही रवीना के जेठ व सास भी कईबार लखनऊ आए और बेटी ने उन्हें आदर सम्मान दिया। दमाद के बड़े भाई ने पता नहीं किसके कहने पर आरोप लगाए हैं। सुरेंद्र और रवीना ने शादी डॉट कॉम के जरिए एक-दूसरे को पसंद किया था और दोनों के परिवार शादी से खुश थे।

वकील ने कोर्ट में लगाई अर्जी
एसपी सुरेंद्र दास की आत्महत्या और उनकी मौत को लेकर मंगलवार को अधिवक्ता प्रमोद सक्सेना ने सीएमएम की कोर्ट में प्रार्थना पत्र दाखिल किया है। उन्होंने समाचार पत्रों में छपी खबरों का हवाला देते हुए अर्जी को आधार बनाया है। प्रार्थना पत्र में कहा गया है कि एसपी की मौत गंभीर है, उन्होंने पारिवारिक कलह में जहर खाया था, जिससे इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। उनकी मौत के पीछे कई तथ्य सामने आए हैं, जिनमें पारिवारिक कलह को मुख्य बताया गया है। प्रार्थना पत्र के माध्यम से अज्ञात में प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की गई है। कहा गया है कि एसपी सुरेंद्र दास की मौत घरेलू विवादों की वजह से हुई, जो कि धारा 306 की परिधि में आता है। मामले में एसएसपी ने बिना प्राथमिकी दर्ज किए जांच शुरू करा दी है, जो विधि विरुद्ध है। कोर्ट में प्रार्थना पत्र की वैधानिकता पर बहस होगी।

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