5 सितंबर को खाया था जहर
आईपीएस सुरेन्द्र दास ने बीते 5 सितम्बर की सुबह जहरीला पदार्थ खाया था। सुरेन्द्र दास 5 दिनों तक हाॉस्पिटल में जिन्दगी और मौत के बीच संघर्ष करते रहे और 9 सितम्बर की उनकी मौत हो गई। आईपीएस की मौत के बाद ससुराल और मायके पक्षवालों ने सुसाइड के पीछे एक-दूसरे पर आरोप लगाए थे। जांच आईपीएस संजीव सुमन ने की और उन्होंने दोनों पक्षों को क्लीन चिट देकर फाइनल रिपोर्ट एक-दो दिन के अंदर को एडीजी अविनाश चंद्रा को सौंप देंगे। पर उनकी मौत के बाद तमाम ऐसे अनसुलझे सवाल उनके दोस्त, उनके चाहने वालों और परिवार को सताते रहेंगे। उनकी सुसाइड करने की क्या वजह थी? उन्होंने क्यों ऐसा कदम उठाया? इसके पीछे कौन जिम्मेदार है? सब कुछ उनके ही साथ ख़त्म हो गया। पुलिस की जांच रिपोर्ट में लोगों को यकीन था कि सुसाइड की वजह का खुलासा हो जायेगा, जो दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी. लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
पत्नी के लिए बयान
सुसाइड केस की जांच कर रहे अधिकारी एसपी वेस्ट संजीव सुमन ने दिवंगत आईपीएस सुरेन्द्र दास की पत्नी डॉक्टर रवीना के बयान दर्ज की किये थे। रवीना ने बताया था कि सुसाइड करने से तीन दिन पहले मेरा बर्थडे सेलिब्रेट किया था। इसके बाद 3 सितम्बर को मूवी देखने गए थे उन्होंने बताया कि हमारे दम्पति जीवन में किसी तरह का कोई वाद विवाद नहीं था। पुलिस की जांच में व्हाट्सअप चैटिंग भी नार्मल पाई गई थी। साथ ही एसपी सुमन सहारनपुर और अंबेडकर नगर गए और वहां तैनाती के दौरान उनके साथ काम कर चुके पुलिस अफसरों के बयान लिए, जहां उनके हाथ कोई एवीडेंस हाथ नहीं लगे।
मां-भाई से पूछताछ
एसपी सुमन ने आईपीएस के भाई नरेन्द्र दास,मां इन्दुवती के भी बयान दर्ज किये गए हैं। किसी ने भी एक दूसरे पर कोई आरोप नहीं लगाया है। सूत्रों की कहना है कि पूछताछ के दौरान एसपी सुमन को उनके ससुर व पत्नी ने बताया है कि आईपीएस सुरेंद्र दास चार-पांच माह से एकाकी जीवन जर रहे थे। वो ज्यादा किसी से बातचीत भी नहीं करते थे। वो पूजा-पाठ में ज्यादा समय देते थे। जबकि उनकी मां ने भी कुछ इसी तरह की बात बताई है। सूत्र बताते हैं कि आईपीएस सुरेंद्र दास का झुकाव धर्म की तरफ ज्यादा हो गया था और वो इंसानी जिंदगी के बजाए ईश्वर की भक्ति में लीन थे। पुलिस ने इन सभी पहलुओं की भी जांच की है और रिपोर्ट में इसका भी उल्लेख किया गया है।