दोपहर को ली अंतिम सांस
रविवार दोपहर 12ः19 बजे कानपुर एसपी पूर्वी सुरेंद्र दास ने रीजेंसी हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। उन्हें 5 सितंबर को सल्फास खाने के बाद भर्ती कराया गया था। लाइफ सपोर्ट सिस्टम और एक्मो मशीने के सहारे उन्हें बचाने की जद्दोजहद चल रही थी। रविवार दोपहर को हार्ट ने अचानक काम करना बंद कर दिया। निगरानी कर रहे डॉक्टरों ने उखड़ रहीं सांसें रिकवर करने की कोशिश की लेकिन उन्हें बचा नहीं सके। रीजेंसी अस्पताल के सीएमएस डॉक्टर राजेश अग्रवाल ने बताया कि सल्फास की डोज काफी ज्यादा थी। हार्ट ने अचानक काम करना बंद कर दिया। काफी जद्दोजहद के बावजूद आईपीएस अफसर को नहीं बचाया जा सका। उन्हें सर्वश्रेष्ठ इलाज दिया गया। बेटे की मौत पर मां इंदूदेवी, भाई नरेंद्र दास समेत कई पुलिसकर्मी व दरोगा बिलख पड़े। कुछ ही देर में कमिश्नर, डीएम और एसएसपी भी अस्पताल पहुंच गए। पंचायतनामा की प्रक्रिया पूरी कर शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। तीन डॉक्टरों के पैनल ने वीडियोग्राफी के बीच पोस्टमार्टम किया।
कड़ी से कड़ी सजा दिलवाऊंगा
आईपीएस के शव का पोस्टमार्टम करने के बाद उसे पुलिस लाइन में लाया गया। जहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। एडीजी, अविनाश चंद्रा व एसएसपी अनंत देव ने कंधा दिया तथा कैबिनेट मंत्री सतीश महाना ने श्रद्धांजलि दी। शव पर माला चढ़ाते हुए इंदू बिलख-बिलखकर रोने लगीं। कुछ देर बाद शव लखनऊ के कल्ली पश्चिम स्थित आवास के लिए रवाना कर दिया गया। पुलिस लाइन पर सुरेंद्र दास के बड़े भाई नरेंद्र दास ने कहा कि पत्नी डॉक्टर रवीना ने मेरे भाई की जान ले ली। शादी के बाद से ही वह कलह कर रही थी। पूरे परिवार से सुरेंद्र को अलग कर दिया था। अब दुनिया से उसे छीन लिया। मैं किसी को छोडूंगा नहीं। भाई की मौत के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाऊंगा। मेरा भाई बहुत सीधा और सरल था। पत्नी की वजह से उनसे जान दी है। ऐसी औरत को मैं जेल के पीछे भिजवा कर दम लूंगा। उसने हमारे हंसते-खेलते परिवार को बर्बाद कर दिया और एक निर्दोष को मौत दी।
कानपुर में दर्ज करवाएंगे मुकदमा
आईपीएस सुरेंद्र दास के भाई ने बताया कि सोमवार को दाह संस्कार के बाद अपनी मां को लेकर कानपुर आएंगे और भाई का सामान लखनऊ पहुंचाएंगे। फिर कानपुर के एसएसपी अनंत देव से मुलाकात कर पुलिस को डॉक्टर रवीना के खिलाफ तहरीर सौंपेगे। वहीं मृतक आईपीएस के चार आईपीएस दोस्त पांच दिन से अस्पताल में थे। सुरेंद्र दास की मौत के बाद चारो फूट-फूट कर रोए। इस बीच उन्होंने इतना जरूर कहा कि हमारा दोस्त बहुत सीधा-साधा था। शादी के बाद से वो परेशान रहने लगा था। उसने कईबार फोन कर पत्नी के साथ अनबन की बातें शेयर की। इस बीच एसएसपी अनंत देव से बताया कि एसपी सुरेद्र दास ने सुसाइड नोट में किसी के खिलाफ कुछ नहीं लिखा। फिर भी यदि उनके परिजन तहरीर देते हैं तो पुलिस मामला दर्ज कर जांच करेंगी और दोषी पाए जाने पर पत्नी रवीना को गिरफ्तार किया जाएगा।